सार

बेंगलुरु में एक निर्माणाधीन इमारत में रहने वाले परिवार में बेटे के दोस्त के साथ माँ के अवैध संबंध के चलते पति ने दोनों की हत्या कर दी और फिर खुदकुशी कर ली।

बेंगलुरु: आंध्र प्रदेश से मजदूरी करने आए एक परिवार, जो एक निर्माणाधीन इमारत में रहता था, में बेटे के दोस्त ने दोस्ती के बहाने घर आना जाना शुरू किया और माँ के साथ अवैध संबंध बना लिए। दोनों के अंतरंग पलों को पति ने रंगे हाथों पकड़ लिया और दोनों की हत्या कर दी। इसके बाद उसने खुद भी आत्महत्या कर ली। यह घटना बेंगलुरु में घटी।

जी हाँ, बेंगलुरु के आरबीआई लेआउट के पास सोमेश्वर बडावणे में एक निर्माणाधीन इमारत में यह घटना कल घटी। युवक (बेटे का दोस्त) गणेश कुमार (20) और माँ फ़ैतम्मा (40) की हत्या कर दी गई। दोनों की हत्या करने के बाद खुद को फांसी लगाने वाले पिता का नाम गोलबाबू (45) है। गोलबाबू और फ़ैतम्मा उर्फ़ लक्ष्मी आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे और कुछ सालों से शहर में मजदूरी करते हुए निर्माणाधीन इमारतों में रह रहे थे। लेकिन इस बार पत्नी के अवैध संबंधों से तंग आकर पति ने दोनों की हत्या कर दी और खुद भी जान दे दी।

क्या है घटना का कारण?
बेंगलुरु में कई इमारतों के निर्माण कार्य में लगे गोलबाबू और फ़ैतम्मा अपने बेटे के साथ निर्माणाधीन इमारतों में ही रहते थे। सिर्फ़ 2 महीने पहले ही वे कोणनकुंटे की एक निर्माणाधीन इमारत में काम करने और रहने आए थे। इसी इमारत के दूसरे शेड में पहले से ही रह रहे गणेश कुमार ने उनके बेटे से दोस्ती कर ली। दोनों काम के दौरान चाय-कॉफ़ी पीने और नाश्ता करने साथ जाते थे। कभी-कभी रात में भी दोनों साथ घूमने जाते थे। जब दोनों की दोस्ती गहरी हो गई, तो बेटे ने गणेश को अपने शेड में लाकर माँ से मिलवाया। तीनों ने साथ खाना खाया।

गणेश कुमार अपने दोस्त के घर आने लगा। बेटे को उसके पिता गोलबाबू ने कहा कि तेरा दोस्त बेवजह घर आता है, इसे कम कर। लेकिन बेटे को पिता की बात का मतलब समझ नहीं आया। धीरे-धीरे दोस्त की माँ पर गणेश की नज़र पड़ गई और उसने उसके साथ अवैध संबंध बना लिए। इसकी भनक लगते ही गोलबाबू ने गणेश को घर आने से मना कर दिया। लेकिन गणेश ने गोलबाबू की चेतावनी को अनसुना कर दिया।

गोलबाबू और फ़ैतम्मा का बेटा दो दिन पहले ही गाँव गया हुआ था। इसी मौके का फायदा उठाकर गणेश सीधा अपने दोस्त के घर गया और उसकी माँ के साथ अंतरंग हो गया। लेकिन इस बारे में पहले से ही शक होने के कारण गोलबाबू शेड में घुस गया और दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखकर गुस्से से आग बबूला हो गया। उसने पास पड़ी लकड़ी से दोनों के सिर पर वार कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने सोचा कि मेरा परिवार बर्बाद हो गया, अब जीने का क्या फायदा और उसी इमारत की खिड़की से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की जाँच कर रही है।