सार
केंद्रीय कानून मंत्री रहे किरेन रिजीजू (Kiren Rijiju ) का मंत्रालय बदलने को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। इस बीच रिजीजू ने खुद आगे बढ़कर क्लियर किया है कि क्यों उनका मंत्रालय चेंज किया गया।
Kiren Rijiju Replacement. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू का मंत्रालय बदलकर उन्हें पृथ्वी विज्ञान मंत्री बनाया गया है। जबकि अर्जुन मेघवाल को नया कानून मंत्री बनाया गया है। इसे लेकर पक्ष-विपक्ष में चर्चाएं हो रही हैं। वहीं किरेन रिजीजू ने आगे बढ़कर क्लियर किया है कि उनका मंत्रालय आखिर क्यों बदल दिया गया। किरेन रिजीजू के मंत्रालय बदलने पर यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि सुप्रीम कोर्ट पर उनकी टिप्पणियां इस बदलाव का कारण हैं।
किरेन रिजीजू ने क्या जवाब दिया
प्रेस वार्ता के दौरान पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि कहीं कोई गलती नहीं हुई है। मंत्रिमंडल में फेरबदल, अलग-अलग जिम्मेदारी देना सरकार का तरीका है। पीएम की अपनी सोच है कि किसको कौन सी जिम्मेदारी देनी है। इसे इस तरह से नहीं देखना चाहिए कि इस वजह से मंत्रालय बदला गया है। इससे पहले किरेन ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में केंद्रीय कानून मंत्री के तौर पर काम करना मेरे लिए गौरव का विषय रहा। देश के लोगों को आसानी से न्याय दिलाने और कानूनी सेवाएं देने के लिए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ सहित सुप्रीम कोर्ट के अन्य न्यायाधीशों और अधिकारियों का धन्यवाद।
रविशंकर प्रसाद को भी इसी तरह हटाया गया
कानून मंत्रालय की बात करें तो तीन बार के लोकसभा सांसद किरेन रिजीजू को बीजेपी के कद्दावर नेता रविशंकर प्रसाद की जगह कानून मंत्रालय बनाया गया था। तब उनके पक्ष में कहा गया कि वे स्पोर्ट्स के प्रेमी हैं, धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलते हैं, युवा हैं और नार्थईस्ट को प्रेजेंट करते हैं। लेकिन कानून मंत्री के तौर पर जितने फेमस अरूण जेटली और रविशंकर प्रसाद रहे, उतने किरेन रिजीजू कभी नहीं रहे। लेकिन पिछले कुछ महीनों से वे सुप्रीम कोर्ट को लेकर तल्ख टिप्पणियां कर रहे थे। हाल ही में उन्होंने बयान दिया था कि कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड में पढ़े लिखे जजों को भारतीय के प्रति उदार नजरिया रखना चाहिए। कहीं न कहीं इस तरह की टिप्पणियां रिजीजू के खिलाफ गईं।
चुनाव और क्षेत्रीय संतुलन बना कारण
एलएलबी कर चुके अर्जुन मेघवाल को नया कानून मंत्री बनाया गया है और इसके पीछे क्षेत्रीय संतुलन के साथ चुनावी एजेंडा भी है। अर्जुन मेघवाल राजस्थान से आते हैं, जहां इसी साल चुनाव होने वाले हैं। यही वजह है कि मेघवाल को अहम जिम्मेदारी दी गई है।
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