सार

राजनीतिक रणनीतिकार और जदयू के राष्ट्रीय महासचिव प्रशांत किशोर लगातार नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर बिहार और केंद्र में सहयोगी भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। इस पूरे मामले पर अब बिहार के मुख्यमंत्री प्रशांत किशोर ने चुप्पी तोड़ी है।

पटना. राजनीतिक रणनीतिकार और जदयू के राष्ट्रीय महासचिव प्रशांत किशोर लगातार नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर बिहार और केंद्र में सहयोगी भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। इस पूरे मामले पर अब बिहार के मुख्यमंत्री प्रशांत किशोर ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर को हमने अमित शाह के कहने पर ही पार्टी में शामिल किया था, अगर वे बाहर जाना चाहें तो जा सकते हैं। वहीं, इस बयान पर प्रशांत किशोर ने कहा कि वे बिहार आकर अपना जवाब देंगे।

प्रशांत किशोर द्वारा सहयोगी भाजपा पर निशाना साधने को लेकर नीतीश कुमार ने कहा, कोई अगर पत्र लिखता है तो मैं उसका जवाब देता हूं। लेकिन अगर कोई ट्वीट करता है तो उसे करने दीजिए। कोई भी जब तक चाहे पार्टी में रह सकता है, अगर वह पार्टी छोड़ना चाहता है तो जा सकता है। 

'शाह के कहने पर पार्टी में शामिल किया'
उन्होंने कहा, हमारी पार्टी अलग तरीके की पार्टी है। यहां सब आम लोग हैं। यहां कोई बड़े लोग नहीं हैं। हम सबको इज्जत देते हैं और सम्मान करते हैं। हमारा किसी से कोई लेना देना नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा, वे (प्रशांत किशोर) हमारी पार्टी में कैसे आए, अमित शाह ने कहा था कि पार्टी में शामिल कर लो, इसलिए हमने उन्हें शामिल कर लिया। 

प्रशांत ने वीडियो जारी कर सुशील मोदी पर साधा था निशाना
प्रशांत किशोर ने हाल ही में सुशील कुमार मोदी का एक पुराना वीडियो शेयर किया था। इसमें सुशील मोदी नीतीश कुमार की आलोचना करते दिख रहे हैं। यह वीडियो उस समय का है जब जदयू और भाजपा कुछ समय के लिए अलग हो गए थे।

केजरीवाल और ममता की रणनीति बना रहे हैं प्रशांत किशोर
यूं कहें तो प्रशांत किशोर भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू में हैं। लेकिन उनकी कंपनी दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप के लिए काम कर रही है। वहीं, 2021 में बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए वे ममता बनर्जी की रणनीति तैयार कर रहे हैं। बता दें कि प्रशांत किशोर 2014 में पीएम मोदी, 2017 में यूपी में सपा और कांग्रेस के लिए रणनीति तैयार कर चुके हैं।