सार
जम्मू-कश्मीर में कश्मीरियों और प्रवासी श्रमिकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। टॉरगेटेड हत्याओं की यह साजिश पाकिस्तान द्वारा समर्थित बताया जा रहा है। पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में इसके लिए ऑपरेशन चला रहा है।
जम्मू। जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में कश्मीरी पंडितों और प्रवासी श्रमिकों को लगातार निशाना बनाए जाने को बीजेपी (BJP) ने पाकिस्तान की साजिश करार दी है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना (Ravindra Raina) ने गुरुवार को कहा कि घाटी में हाल में लक्षित हत्याएं पाकिस्तान द्वारा केंद्र शासित प्रदेश में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के केंद्र के प्रयासों को विफल करने की एक साजिश है।
पाकिस्तान की साजिश नहीं होगी कामयाब
रैना ने कहा कि पड़ोसी देश की साजिश को नाकाम कर दिया जाएगा क्योंकि पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां लोगों को सुरक्षित माहौल मुहैया कराने के लिए 'ऑल आउट' ऑपरेशन चलाकर पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों को बेअसर कर रही है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रैना ने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रमुख विकास परियोजनाओं के नेतृत्व में शांति और प्रगति की ओर बढ़ रहा है, निराश पाकिस्तान और उसके समर्थित आतंकवादियों ने लोगों में भय पैदा करने की साजिश रची है।
पाकिस्तान की साजिश ऑपरेशन रेड वेव
उन्होंने दावा किया कि लक्षित हत्याएं पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI), उसकी सेना और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी समूहों द्वारा संयुक्त रूप से रची गई साजिश का हिस्सा हैं। भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने इस साजिश का नाम 'ऑपरेशन रेड वेव' (Operation Red wave) रखा है, जैसे हमने 1980-1990 में तत्कालीन पाकिस्तानी सैन्य शासक जनरल जिया-उल-हक के नेतृत्व में 'ऑपरेशन टुपैक' देखा था, जो कश्मीर में मौत और तबाही लेकर आया था।"
रैना ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के लोगों का सबसे बड़ा दुश्मन है और वह घाटी में 'अफगानिस्तान जैसी स्थिति' बनाना चाहता है। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन रेड वेव' का वही अंजाम होगा, जो 'ऑपरेशन टुपैक' का है क्योंकि पुलिस और सुरक्षा बल जम्मू-कश्मीर के लोगों के सक्रिय समर्थन से आतंकवाद का सफाया करने के लिए दृढ़ हैं, जो मूल रूप से राष्ट्रवादी हैं।
घाटी को कब्रिस्तान में बदल दिया गया
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या की निंदा करते हुए रैना ने कहा कि कायर पाकिस्तान और उसके समर्थित आतंकवादियों ने एक बार फिर गंभीर पाप किया है और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि चाहे वह (कश्मीरी पंडित) राहुल पंडिता, (मुस्लिम कलाकार) अमरीन, (पुलिसकर्मी) रियाज अहमद थोकर और सैफुल्ला कादरी, (जम्मू से डोगरा) रजनी बाला या राजस्थान के बैंक मैनेजर हों,निर्दोषों का खून बिखरा हुआ था। पाकिस्तान सीधे तौर पर इसमें शामिल है। यह पिछले 35 वर्षों में है। उन्होंने घाटी को कब्रिस्तान में बदल दिया है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पिछले तीन दशकों में बेगुनाहों की हत्या करके मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि जब आतंकवाद ने (1989 में) घाटी में अपना सिर उठाया, तो राष्ट्रवादी मुसलमानों और अल्पसंख्यकों को डर पैदा करने के लिए निशाना बनाया गया। वे फिर से भाईचारे को नुकसान पहुंचाने और शांति और विकास की प्रगति को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। रैना ने कहा कि पाकिस्तान और उसकी एजेंसियां निराश हैं क्योंकि सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन और घाटी में सक्रिय अन्य समूहों के सभी शीर्ष कमांडरों को मार गिराया है।
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