सार
पिछले कुछ महीनों से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे सिंधिया और राजस्थान भाजपा के बीच दूरियां बढ़ती दिख रही है। कोरोना काल में भाजपा जब अपना अभियान ‘सेवा ही संगठन’ चला रही थी तो वह ‘वसुंधरा राजे रसोई’ को चला रहीं थीं। इसी तरह सोशल मीडिया पर उनके समर्थक ‘टीम वसुंधरा राजे 2023’ का अभियान चला रहे हैं।
जयुपर। यूपी के बाद अब राजस्थान में बीजेपी के पोस्टर पर बवाल मचा हुआ है। राजस्थान बीजेपी कार्यालय पर लगे होर्डिंग में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया का फोटो हटा दिया गया है। होर्डिंग पर एक तरफ पीएम मोदी-जेपी नड्डा और दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया का फोटो लगा है।
पहले के होर्डिंग्स या पोस्टर पर सबके साथ वसुंधराराजे का फोटो
बीजेपी आफिस में पहले लगे सभी होर्डिंग्स पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, गुलाब चंद्र कटारिया, राजेंद्र राठौड़ का फोटो एक साइड और दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का भी फोटो लगा था।
बीजेपी ने कही ये बात
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे सिंधिया का फोटो हटाए जाने के पीछे बीजेपी प्रदेश यूनिट का तर्क है कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने पार्टी आफिस पर लगने वाली होर्डिंग्स के लिए गाइडलाइन भेजी है। गाइडलाइन के अनुसार पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के फोटो एक साइड और दूसरी साइड प्रदेश अध्यक्ष और सदन में पार्टी के नेता का फोटो ही लगाई जाए।
कुछ महीनों से पार्टी से वसुंधराराजे की दूरी बढ़ती जा रही
पार्टी सूत्रों की मानें तो पिछले कुछ महीनों से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे सिंधिया और राजस्थान भाजपा के बीच दूरियां बढ़ती दिख रही है। वसुंधरा राजे बीजेपी से दूरी बनाती दिख रहीं हैं। कोरोना काल में भाजपा जब अपना अभियान ‘सेवा ही संगठन’ चला रही थी तो वह ‘वसुंधरा राजे रसोई’ को चला रहीं थीं। इसी तरह सोशल मीडिया पर उनके समर्थक ‘टीम वसुंधरा राजे 2023’ का अभियान चला रहे हैं। इसमें राजे को नेक्स्ट चीफ मिनिस्टर की तरह प्रमोट किया जा रहा है। ट्वीटर हैंडल पर भी ‘आफिस आॅफ वसुंधराराजे’ हैंडल से कोविड प्रभावित लोगों की मदद वह दवा, बेड आदि से करती रहीं।