सार
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने देश के किसानों के लिए मेनिफेस्टो में कई सारी योजनाओं को शामिल किया और पुराने स्कीम में विस्तार करने की बात की है।
BJP का संकल्प पत्र। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने देश के किसानों के लिए मेनिफेस्टो में कई सारी योजनाओं को शामिल किया और पुराने स्कीम में विस्तार करने की बात की है। बता दें कि आज रविवार (14 अप्रैल) को भीमराव अंबेडकर के जन्मदिवस पर मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस मौके पर पीएम मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयराम के अलावा पार्टी के कई दिग्गज नेता मौजूद थे।
बीजेपी ने घोषणा पत्र में कहा है कि किसानों का सम्मान व सशक्तिकरण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। हमने पिछले दस वर्षों में सॉइल हेल्थ कार्ड, सूक्ष्म सिंचाई, फसल बीमा, आसानी से बीज की उपलब्धता जैसी विभिन्न नीतियों एवं पीएम किसान सम्मान योजना के अंतर्गत सीधे उनके खातों में वित्तीय सहायता प्रदान करके किसानों को सशक्त बनाया है। हमने एमएसपी में भी लगातार वृद्धि की है। हम आगे भी अपने किसान परिवारों की आय को बढ़ाने के लिए काम करेंगे।
- लाभकारी कृषि योजना
पीएम किसान योजना से किसानों को मजबूती प्रदान करेंगे। इस दौरान किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 6,000 रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की है। पार्टी किसानों को निरंतर वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
- पीएम फसल बीमा योजना में मजबूती
फसल के नुकसान का शीघ्र और सही मूल्यांकन, समयबद्ध भुगतान और किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करेंगे।
- MSP में बढ़ोतरी
प्रमुख फसलों के लिए MSP में अभूतपूर्व वृद्धि की है। इसके लिए समयबद्ध तरीके से MSP में वृद्धि को जारी रखेंगे।
- दाल और खाद्य तेल में आत्मनिर्भरता
देश को दाल (जैसे अरहर, उड़द, मसूर, मूंग और चना) और खाद्य तेल (जैसे सरसों, सोयाबीन, तिल और मूंगफली) के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अन्नदाताओं को समृद्ध बनाएंगे।
- सब्जी उत्पादन और स्टोरेज के लिए नए क्लस्टर बनाएंगे
अन्नदाताओं को जरूरी कृषि इनपुट प्रदान करके पौष्टिक सब्जियों का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन देंगे। साथ ही प्याज, टमाटर, आलू आदि जैसी आवश्यक सब्जियों के उत्पादन के लिए नए क्लस्टर स्थापित करेंगे। इन क्लस्टर्स में भंडारण और वितरण की सुविधाएं भी प्रदान करेंगे।
- भारत को विश्व के न्यूट्री-हब के रूप में स्थापित करेंगे
हम अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष की सफलता के आधार पर खाद्य सुरक्षा, पोषण सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के लिए श्री अन्न (मिलेट्स) को बढ़ावा देंगे और भारत को अंतरराष्ट्रीय मिलेट हब बनाएंगे।
- श्री अन्न सुपरफूड
हमने मिलेट (श्री अन्न) को विश्व में मान्यता दिलाई है। अब हम श्री अन्न को विश्व सुपरफूड के रूप में स्थापित करेंगे। हम छोटे किसानों को मिलेट की खेती करने के लिए प्रोत्साहन देंगे। हम श्री अन्न की पौष्टिकता और स्वास्थ्य के लाभों को रेखांकित करने के लिए अनुसंधान और जागरूकता को भी बढ़ावा देंगे।
- प्राकृतिक खेती का विस्तार
हम प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय मिशन शुरू करेंगे, जिसके अंतर्गत लाभकारी खेती, पर्यावरण संरक्षण एवं खाद्य और पोषण सुरक्षा भी सुनिश्चित करेंगे।
- फसल विविधीकरण (क्रॉप डायवर्सिफिकेशन)
हमने उचित मूल्य समर्थन के साथ फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित किया है। इसे आगे बढ़ाते हुए, हम कृषि को पर्यावरण अनुकूल और लाभकारी बनाने के लिए फसल विविधीकरण का और विस्तार करेंगे।
- कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन
हम भंडारण सुविधाओं, सिंचाई, ग्रेडिंग और सॉर्टिंग इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज सुविधाओं और फूड प्रोसेसिंग जैसी कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर की एकीकृत योजनाओं के समन्वित कार्यान्वयन के लिए एक कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन शुरू करेंगे।
- सिंचाई सुविधाओं का विस्तार
हमने पीएम कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत 25.5 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता में वृद्धि की है। हम कुशल जल प्रबंधन के लिए टेक्नोलॉजी के सही उपयोग के साथ सिंचाई क्षमताओं का विस्तार करेंगे।
- ग्रामीण क्षेत्रों में अनाज स्टोरेज सुविधाओं का नेटवर्क
हम सहकारिता के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना के अंतर्गत पीएसीएस (PACS) में पर्याप्त भंडारण क्षमता विकसित करेंगे। हम इसे ग्रौडंग, सॉर्टिंग, प्रोसेसिंग और पैकिंग जैसी सुविधाओं के साथ पूरा करेंगे।
- कृषि सैटेलाइट
हम कीटनाशक के प्रयोग, सिंचाई, सॉइल हेल्थ, मौसम पूर्वानुमान जैसी कृषि संबंधी गतिविधियों के लिए एक स्वदेशी भारत कृषि सैटेलाइट लॉन्च करेंगे।
- कृषि में डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर
हम कृषि में सूचना की विसंगति को हटाने और किसान केंद्रित समाधान एवं सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करेंगे।
- बीज, खाद और उपकरणों की उपलब्धता
कस्टम हायरिंग केन्द्रों को दोगुना करेंगे। हमने अब तक 25,000 कस्टम हायरिंग केंद्र स्थापित किए हैं। हम अब कृषि मशीनरी और उपकरण बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए कस्टम हायरिंग केंद्रों की र संख्या दोगुनी करेंगे।
- कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) का विस्तार करेंगे
हमने अपने किसानों को डिजिटल समाधान प्रदान करने के लिए केवीके को अपग्रेड किया है। अब, हम सभी कृषि विज्ञान केंद्रों को कौशल विकास के वन-स्टॉप सेंटर में अपग्रेड करेंगे।
- पीएम किसान समृद्धि केंद्रों का विस्तार
हमने सभी कृषि इनपुट और सेवाएं प्रदान करने के लिए पीएम किसान समृद्धि केंद्रों को वन स्टॉप सेंटर के रूप में स्थापित किया है। हम पीएम किसान समृद्वि केंद्रों के नेटवर्क का और विस्तार करेंगे।
- उच्च उत्पादक बीज सुनिश्चित करेंगे
हम किसानों को अच्छी क्षमता और बदलती जलवायु में काम आ सकने वाले प्राकृतिक बीजों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
- नैनो यूरिया की उपलब्धता
कृषि भूमि को उपजाऊ बनाए रखने में नैनो यूरिया की बहुत अहम भूमिका है। हम इसके उपयोग का और विस्तार करेंगे।
- कृषि सम्बंधित अन्य क्षेत्रों का विकास
डेयरी सहकारी समितियों का विस्तार। हम अगले पांच वर्षों में चारा बैंकों, दूध परीक्षण प्रयोगशालाओं, बल्क मिल्क कूलर और दूध प्रसंस्करण की सुविधाओं के साथ गांवों में डेयरी सहकारी समितियों के नेटवर्क का विस्तार करेंगे।
- देशी पशुओं की रक्षा
हिम देशी पशुओं की प्रजातियों का संरक्षण करेंगे, और उनकी उत्पादकता बढ़ाने और उनके जेनेटिक डायवर्सिटी को संरक्षित करने के प्रयास करेंगे।
- पशु रोगों का उन्मूलन
हम फुट एवं माउथ डिजीज (एफएमडी) की रोकथाम करेंगे और टीकाकरण अभियान के माध्यम से ब्रुसेलोसिस को भी नियंत्रित करेंगे।
- सहकार से समृद्वि
हम सहकारिता को मजबूत, कुशल, पारदर्शी, तकनीकी रूप से समृद्ध बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय सहकारी नीति लागू करेंगे।
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