सार

दिल्ली मध्य की पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने कहा कि शिकायत मिलने पर, जिला पुलिस ने गौतम गंभीर की व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ-साथ राजिंदर नगर इलाके में उनके आवास की सुरक्षा बढ़ा दी। पुलिस फिलहाल शिकायत के स्रोत की जांच कर रही है।

नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya janta Party) के सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को जान से मारने की धमकी मिलती ही जा रही है। पुलिस (Delhi Police) और इंटेलीजेंस के सक्रिय होने के बाद भी रविवार को गंभीर को एक और मौत की धमकी मिली है। 'आईएसआईएस कश्मीर' (ISIS Kashmir) से मिली यह तीसरी धमकी है। धमकी देने वाले जांच अधिकारी को भी खुला चैलेंज किया है। कथित तौर पर मुखबीरों के दिल्ली पुलिस में होने का भी दावा किया है। 

क्या लिखा है ईमेल में?

'आईएसआईएस कश्मीर' से आए धमकी भरे ईमेल में गौतम गंभीर को जान से मारने की धमकी देने के अलावा चेतावनी भी दी गई है। गंभीर को isiskashmir@yahoo.com से भेजे गए ईमेल में लिखा गया है..."आपकी दिल्ली पुलिस और आईपीएस श्वेता (डीसीपी) कुछ भी नहीं उखाड़ सकतीं। हमारे जासूस भी पुलिस में मौजूद हैं। आपके बारे में सारी जानकारी प्राप्त हो रही है।" 

पुलिस कर रही है जांच

उधर, पुलिस ने यह दावा किया है कि वह जांच कर रही है और काफी अहम सबूत उसके हाथ लगे हैं। बीते दिनों गूगल ने ईमेल भेजने वाले का आईपी एड्रेस लोकेशन पाकिस्तान बताया था। क्रिकेटर से नेता बने बीजेपी सांसद गौतम गंभीर को मंगलवार और बुधवार को भी कथित तौर पर जान से मारने की धमकी मिली थी।

पुलिस में की गई है शिकायत

गंभीर के निजी सचिव गौरव अरोड़ा (Gaurav Arora) ने पुलिस शिकायत में बताया है कि सांसद को उनकी आधिकारिक ई-मेल आईडी पर मंगलवार रात 9.32 बजे पहली मौत की धमकी मिली। कथित तौर पर आईएसआईएस कश्मीर से ई-मेल में लिखा था कि हम आपको और आपके परिवार को मारने जा रहे हैं। दूसरी धमकी बुधवार को मिली और तीसरी धमकी रविवार को मिली है। पुलिस ने कहा कि बुधवार दोपहर 2:32 बजे उसी ई-मेल आईडी से दूसरी मौत की धमकी के बारे में एक फोन कॉल पर डीसीपी (Shweta Chauhan) को सूचित किया गया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, दूसरा ई-मेल गौतम गंभीर के आवास के एक वीडियो के साथ अटैच किया गया था।

गंभीर की सुरक्षा बढ़ा दी गई

दिल्ली मध्य की पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने कहा कि शिकायत मिलने पर, जिला पुलिस ने गौतम गंभीर की व्यक्तिगत सुरक्षा के साथ-साथ राजिंदर नगर इलाके में उनके आवास की सुरक्षा बढ़ा दी। पुलिस फिलहाल शिकायत के स्रोत की जांच कर रही है।

स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस यूनिट ने गूगल को पत्र लिखकर अकाउंट हैंडलर्स और रजिस्टर्ड ई-मेल आईडी के बारे में जानकारी मांगी है जिसके जरिए कथित मेल भेजे गए थे।

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