सार
जावेद अख्तर हिंदी सिनेमा के जाने माने लेखक, गीतकार के साथ साथ सामाजिक कार्याें में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं। वह राज्यसभा के मनोनीत सदस्य भी रह चुके हैं।
नई दिल्ली। आरएसएस और तालिबान की तुलना कथित तौर पर किए जाने के मुद्दे पर मशहूर गीतकार व लेखक जावेद अख्तर फंसते दिख रहे हैं। हिंदूवादी संगठनों व बीजेपी ने जावेद अख्तर का विरोध करने के साथ उनसे माफी की मांग की है।
यह था जावेद अख्तर का बयान
एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने कहा था कि तालिबान बर्बर हैं, उनकी हरकतें निंदनीय हैं। मगर आरएसएस, विहिप और बजरंग दल का समर्थन करने वाले सभी एक जैसे हैं।
जावेद अख्तर ने कथित तौर पर यह भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, जनसंख्या भी काफी हद तक धर्मनिरपेक्ष है, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो आरएसएस और वीएचपी जैसे संगठनों का समर्थन करते हैं और नाजियों के समान विचारधारा रखते हैं।
जावेद अख्तर के बयान पर बीजेपी ने की माफी की मांग
जावेद अख्तर के बयान के बाद सियासी परा चढ़ गया है। बीजेपी ने इस बयान पर घोर आपत्ति जताई है। बीजेपी ने गीतकार-लेखक जावेद अख्तर से माफी की मांग की है। कई हिंदूवादी संगठनों ने उनकी फिल्म न चलने की धमकी दी है।