सार

बॉर्डर सिक्योरिटी फॉर्स (BSF) ने शनिवार को जम्मू कश्मीर में 150 मीटर लंबी सुरंग पकड़ी है। इस सुरंग का इस्तेमाल आतंकी घुसपैठ के लिए करते थे। बीएसएफ ने 10 दिन में दूसरी इस तरह की सुरंग पकड़ी है। बीएसएफ आतंकी साजिशों को नाकाम करने के लिए बॉर्डर पर एंटी टनलिंग ड्राइव चलाती रहती है। 

नई दिल्ली. बॉर्डर सिक्योरिटी फॉर्स (BSF) ने शनिवार को जम्मू कश्मीर में 150 मीटर लंबी सुरंग पकड़ी है। इस सुरंग का इस्तेमाल आतंकी घुसपैठ के लिए करते थे। बीएसएफ ने 10 दिन में दूसरी इस तरह की सुरंग पकड़ी है। बीएसएफ आतंकी साजिशों को नाकाम करने के लिए बॉर्डर पर एंटी टनलिंग ड्राइव चलाती रहती है। 

बीएसएफ ने कठुआ के हीरानगर सेक्टर में सुरंग का पता लगाया है। यह सुरंग 30 फीट गहरी है। इस सुरंग का एक छोर भारत के बीपी नंबर 14 और 15 के बीच है। वहीं, दूसरा छोर पाकिस्तान के शंकरगढ़ के अभियाल डोगरा बॉर्डर पोस्ट के पास है। शंकरगढ़ में जैश ए मोहम्मद का ट्रेनिंग सेंटर है। यहां जैश ए मोहम्मद के ऑपरेशन कमांडर कासिम खान का भी घर है, यह आंतिकयों को ट्रेनिंग देता है। 

6-8 साल पुरानी सुरंग
बीएसएफ के वरिष्ठ अफसर ने बताया कि ये सुरंग काफी बड़ी है। इसे देखकर पता चलता है कि यह 6-8 साल पुरानी है। इसका इस्तेमाल लंबे वक्त से घुसपैठ के लिए किया जाता रहा होगा। इसके अलावा इसी जगह पर 2012 में पाकिस्तान ने फॉरवर्ड ड्यूटी पॉइंट पर भारी गोलीबारी की थी। इसके अलावा इसी इलाके में 2019 में आतंकियों के एक समूह को सीमा के उस पार देखा गया था। 

पिछले साल नवंबर में सुरंग से भारत में दाखिल हुए थे चार आतंकी
पिछले साल नवंबर में चार आतंकी एलओसी पार कर भारत में दाखिल हुए थे। इसके बाद वे जम्मू श्रीनगर हाईवे के जरिए कश्मीर की ओर जा रहे थे। तभी नगरोटा में बन टोल प्लाजा के पास सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में चारों आतंकियों को ढेर कर दिया था। इसक बाद जांच में पता चला था कि आतंकी सुरंग के राश्ते सीमापार कर भारत में दाखिल हुए थे। इसके बाद से बीएसएफ लगातार ऐसी सुरंगों का पता लगा रही है।