सार
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं दिल्ली कम जाता हूं बाकि लोग बहुत ज्यादा जाते हैं और वहां जाकर क्या कहते हैं मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके साथ ही कैप्टन ने भविष्य की सियासत को लेकर भी संकेत दिए।
चंडीगढ़. पंजाब में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा देने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला बोला है। कैप्टन ने मीडिया से बात करते हुए कहा- जो लोग मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, उन्हीं ने मेरे खिलाफ सारा माहौल तैयार किया। कैप्टन ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर मैं सिद्धू को कभी कबूल नहीं करूंगा। जो एक मंत्रालय नहीं चला सकता वो सरकार चलाएगा। वो इस पद के लिए काबिल नहीं है। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू की पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और आर्मी चीफ जनरल बाजवा से दोस्ती है। अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री का चेहरा बनाती है तो मैं इसका विरोध करूंगा, क्योंकि ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है।
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कैप्टन ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि पिछले कुछ महीनों मे तीसरी बार ये हो रहा है कि विधायकों को दिल्ली में बुलाया गया। मैं समझता हूं कि अगर मेरे ऊपर कोई संदेह है, मैं सरकार चला नहीं सका, जिस तरीके से बात हुई है मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं।
मैं दिल्ली कम जाता हूं
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मैं दिल्ली कम जाता हूं बाकि लोग बहुत ज्यादा जाते हैं और वहां जाकर क्या कहते हैं मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके साथ ही कैप्टन ने भविष्य की सियासत को लेकर भी संकेत दिए। कैप्टन ने कहा कि राजनीति में विकल्प हमेशा खुले रहते हैं और मैं अपने कार्यकर्ताओं और सपोर्टर से बता करने के बाद आगे का फैसला लूंगा। कैप्टन ने कहा कि मैंने पहले ही कांग्रेस प्रधान सोनिया गांधी को कह दिया था कि मुझे CM पद से मुक्त कर दें। सिद्धू लेफ्ट चलें और मैं राइट, ऐसे में मैं काम नहीं कर सकता था। हरीश रावत भी वहां मौजूद थे।
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सिद्धू ने कैप्टन की कैबिनेट से दिया था इस्तीफा
सिद्धू ने बिजली और किसानों के मुद्दे पर आवाज उठाई लेकिन कैप्टन ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद से सिद्धू ने कैप्टन निशाना बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद उनका मंत्रालय बदल दिया गया। नाराज सिद्धू ने पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। हालांकि उन्होंने अपना इस्तीफा राहुल गांधी को भेजा था।