सार

NEET 2022 में पास कराने वाला गैंग इस बार भी सक्रिय रहा। हालांकि, सीबीआई ने अभ्यर्थियों की जगह पर साल्वर को परीक्षा दिलाने के लिए बैठाने वाले गैंग को पकड़ लिया है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि वे परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रॉक्सी कैंडिडेट्स उपयोग करते हैं।

नई दिल्ली। NEET मेडिकल प्रवेश परीक्षा में धांधली करने वाले रैकेट का सीबीआई ने भंड़ाफोड़ किया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने धांधली में शामिल रैकेट के 8 लोगों को अरेस्ट किया है। आरोप है कि यह रैकेट, प्रतियोगियों के स्थान पर दूसरे विशेषज्ञ लोगों को परीक्षा में बिठाते थे। इसके लिए यह सभी डॉक्यूमेंट्स में भी फेरबदल करते थे।  

केंद्रीय जांच ब्यूरो के अधिकारियों ने बताया कि रैकेट में शामिल लोग,  स्नातक चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित NEET यूजी परीक्षा 2022 में अभ्यर्थियों को फंसाकर उनको पास कराने के नाम पर पैसे वसूलते थे और दूसरों को उनके नाम पर परीक्षा दिलाते थे। सीबीआई के अनुसार रैकेट ने नकल कराने के लिए वास्तविक अभ्यर्थियों के स्थान पर दूसरों को बैठाने की पूरी प्लानिंग कर चुके थे लेकिन ऐन वक्त पर पकड़े गए। 

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने अभ्यर्थियों के यूजर आईडी और पासवर्ड एकत्र किए और वांछित परीक्षा केंद्र प्राप्त करने के लिए आवश्यक संशोधन किए। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि वे परीक्षा में शामिल होने के लिए प्रॉक्सी कैंडिडेट्स के उपयोग की सुविधा के लिए तस्वीरों के मिश्रण और मॉर्फिंग की प्रक्रिया का भी उपयोग करते हैं।

क्या होता है NEET-UG प्रवेश परीक्षा?

मेडिकल स्नातक कोर्स में दाखिले के लिए अखिल भारतीय स्तर पर NEET-UG प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। इसको क्वाालिफाई करने के बाद मेरिट के आधार पर बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS), बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS), बैचलर ऑफ आयुर्वेद, मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS), बैचलर ऑफ सिद्ध मेडिसिन एंड सर्जरी (BSMS), बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीयूएमएस), और बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस) और बीएससी (एच) नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश मिल सकता है।

यह भी पढ़ें:

मार्गरेट अल्वा को उप राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष ने बनाया कैंडिडेट, शरद पवार ने किया ऐलान

उप राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए प्रत्याशी होंगे जगदीप धनखड़, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया ऐलान

पूर्व सीएम सिद्धारमैया और इस महिला का वीडियो हुआ वायरल, क्यों कार के पीछे भागते हुए रुपयों की गड्डी उछाली?

राष्ट्रीय दलों के डोनेशन में बेतहाशा गिरावट, चंदा में 41.49% की कमी फिर भी कॉरपोरेट्स की पहली पसंद है BJP