सार
पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ के लोन की धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई एक अहम गवाह को मिस्र से लाने में सफल रही है। माना जा रहा है कि नीरव मोदी का यह राजदार घोटाले से जुड़े अहम सबूत दे सकता है।
नई दिल्ली। हीरा कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) से जुड़े 7,000 करोड़ रुपए के बैंक धोखाधड़ी मामले में एक मुख्य आरोपी सुभाष शंकर परब (Subhash Shankar Parab) को मंगलवार को मिस्र की राजधानी काहिरा से दिल्ली लाया गया। इसके लिए सरकार को काफी लंबी कानूनी प्रक्रिया करनी पड़ी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक 50 वर्षीय परब को काहिरा में नीरव मोदी के लोगों ने ही तरीके से कैद कर रखा था। उसे भारत लाने के लिए CBI की एक टीम मिस्र की राजधानी काहिरा गई थी। यह टीम मोदी के ‘फायरस्टार डायमंड' के उप महाप्रबंधक (वित्त) परब का पीछा कर रही थी। बताया जाता है कि परब 7 हजार करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को दिए गए लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग (LOU) का प्रमुख गवाह है।
लंबी कानूनी प्रक्रिया भी करनी पड़ी
2018 में पीएनबी घोटाला सामने आने के बाद से नीरव मोदी और उसका मामा मेहुल चौकसी दोनों ही विदेश भाग गए थे। परब भी इनके साथ लापता हो गया था। तब से सीबीआई उसके बारे में जानकारी जुटा रही थी। उसे भारत लाने के लिए ‘इंटरपोल रेड नोटिस' जारी किया था। इस बीच सीबीआई को जानकारी मिली कि नीरव के लोगों ने ही परब को काहिरा के एक उपनगर में कैद करके रखा है। जिसके बाद उसे वापस लाने का एक्शन प्लान बना। इसी के तहत सीबीआई की टीम काहिरा पहुंची। अधिकारियों के मुताबिक टीम को उसे वापस लाने के लिए लंबी कूटनीतिक और कानूनी प्रक्रिया का सहारा लेना पड़ा। हालांकि, सीबीआई का यह प्लान काम आया और परब के ‘प्रशासनिक प्रत्यर्पण' में कामयाब हुई।
बंगाल में फिर चुनावी हिंसा: आसनसोल उप चुनाव के लिए वोटिंग के दौरान भाजपा कैंडिडेट की सिक्योरिटी पर अटैक
सबसे बड़े घोटाले में बड़ी जानकारी दे सकता है परब
सीबीआई अधिकारियों का मानना है कि परब नीरव मोदी और चोकसी द्वारा किए गए देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले के बारे में बड़ी जानकारी दे सकता है। इन दोनों ने मिलकर पीएनबी को तकरीबन 13,500 करोड़ रुपए का चूना लगाया था। नीरव और चौकसी लेटर ऑफ अंडरस्टैंडिंग का इस्तेमाल कर पीएनबी से 13,500 करोड़ रुपए का लोन लेने के मामले में वांटेड हैं। नीरव मोदी लंदन की जेल में है और उसकी जमानत याचिका कई बार खारिज की जा चुकी है। भारत उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटा है, जबकि चौकसी एंटीगुआ की नागरिकता लेकर वहीं रह रहा है।
यह भी पढ़ें केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बतााया, माल्या, नीरव मोदी और चोकसी से बैंकों को 18,000 करोड़ लौटाए