सार
पश्चिम बंगाल में सीबीआई की टीम एक्टिव हो गई है। सीबीआई के दो नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की है। तीन साल पहले चुनाव के दौरान एक हिंसा मामले में दोनों नेताओं के ठिकानों पर रेड डाली गई है।
नेशनल डेस्क। पश्चिम बंगाल में सीबीआई फिर एक्टिव हो गई है। यहां सीबीआई की टीम ने आज टीएमसी के दो नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की है। तीन साल पहले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में हिंसा के मामले में की गई है। इस हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता जन्मेजय दोलुई की हत्या हो गई थी जिसके बाद बड़ा बवाल हुआ था। मामले की जांच सीबीआी को सौंपी गई थी। शुक्रवार को काठी ब्लॉक नंबर 3 टीएमसी नेता देबब्रत पांडा और ब्लॉक अध्यक्ष नंददुलाल मैती के घर पर छापा मारा है।
देबब्रत और नंददुलाल समेत 52 के खिलाफ मुकदमा
2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान हत्या के मामले में देबब्रत पांडा और नंददुलाल मैती समेत कुल 52 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। सीबीआई के मुताबिक इस मामले में 30 आरोपियों को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था लेकिन कोई भी नहीं आया। इसके बाद अब सीबीआई के मुताबिक नामजद आरोपियों के खिलाफ अब छापेमारी की जा रही है। 2021 के इस मामले में उनसे कुछ पूछताछ करेगी। सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद ही कुछ पूरी रिपोर्ट तैयार कर सौंपी जाएगी।
पढ़ें पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती केस की सीबीआई जांच पर रोक, सुप्रीम कोर्ट की 26 हजार शिक्षकों को बड़ी राहत
लोहे की रॉड और धारदार हथियार से हुई थी हत्या
वर्ष 2021 में हुई चुनावी हिंसा के दौरान भाजपा कार्यकर्ता जन्मेजय दोलुई की बांस के डंडे और लोहे की रॉड से पीटने के बाद धारदार हथियार से उसकी हत्या कर गई थी। उसका शव भजाचौली इलाके में पाया गया था। इससे बंगाल में आक्रोश फैल गया था। इस घटना के बाद से पुलिस मामले में सबूत एकत्र कर रही है।