सार

लॉकडाउन के चलते अटकीं सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी CBSE की 12वीं की परीक्षाएं 1 जुलाई से होनी हैं। परीक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसके लिए देशभर में 15 हजार सेंटर बनाए गए हैं। कोरोना संकट से पहले सिर्फ 3000 सेंटरों पर परीक्षाएं कराई जानी थीं।

नई दिल्ली. लॉकडाउन के चलते अटकीं सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी CBSE की 12वीं की परीक्षाएं 1 जुलाई से होनी हैं। परीक्षाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके, इसके लिए देशभर में 15 हजार सेंटर बनाए गए हैं। कोरोना संकट से पहले सिर्फ 3000 सेंटरों पर परीक्षाएं कराई जानी थीं। दरअसल, पूरे देश मे कोरोना के संक्रमण को देखते हुए 25 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। इसके चलते पूरे देश में सीबीएसई और तमाम राज्यों के बोर्ड की परीक्षाएं रह गईं थीं।

ऐसे में सीबीएसई ने अब 12वीं के बचे हुए पेपर कराने का फैसला किया है। इसके अलावा नॉर्थ दिल्ली में 10वीं में चार विषयों की परीक्षाएं भी फिर से कराईं जाएंगी। एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि सेंटरों को इसलिए बढ़ाया गया है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा सके। 

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परीक्षा के दौरान बच्चों को इन बातों का रखना होगा ध्यान

- परीक्षा देते वक्त एक पारदर्शी बोतल में सैनिटाइजर रखना होगा।
- सभी बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य है।
- स्कूल में या परीक्षा सेंटर्स पर बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। 
- इस बारे में पेरेंट्स को अपने बच्चों को सावधानियां बरतने के बारे में बताना होगा। 
- परीक्षाएं 10.30 से 1.30 बजे की पारी में होंगी। 
- पेरेंट्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बच्चा बीमार ना हो।