सार
Pranab Mukherjee memorial: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह के मेमोरियल को लेकर जमीन नहीं अलॉट किए जाने की आलोचनाओं के बीच केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाने का फैसला लिया है। प्रणव की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर स्मारक बनाने के केंद्र सरकार के निर्णय की जानकारी दी है। शर्मिष्ठा ने पीएम मोदी से मुलाकात कर इसके लिए धन्यवाद भी दिया। बीते दिनों पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके मेमोरियल के लिए जमीन आवंटन न करने और निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार कराए जाने पर राजनैतिक विवाद शुरू हो गया था। हालांकि, केंद्र सरकार ने विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा था कि जमीन खोजने में समय लग सकता है।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मेमोरियल बनाए जाने के फैसले पर जतायी खुशी
कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रणब मुखर्जी साल 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे। 2020 में प्रणब दा का निधन हो गया था। कोरोना काल में उनके निधन की वजह से पूरे कोविड प्रोटोकॉल के बीच उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से किया गया गया था। अब पांच साल बाद केंद्र सरकार ने उनका स्मारक बनाए जाने का अचानक से निर्णय लिया है।
केंद्र सरकार का यह निर्णय पूर्व पीएम डॉ.मनमोहन सिंह मेमोरियल के लिए जगह न आवंटित किए जाने के विवाद के बीच में आया है। उधर, प्रणब दा के मेमोरियल के लिए जमीन आवंटन किए जाने के बाद उनकी बेटी व बीजेपी नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पीएम मोदी से मुलाकात कर उनको धन्यवाद ज्ञापित किया।
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक्स पर एक लेटर साझा किया है जिसमें बताया गया है कि राजघाट क्षेत्र में मेमोरियल के लिए जमीन अलॉट कर दिया गया है। राजघाट क्षेत्र में राष्ट्रपतियों, उपराष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों की समाधि हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा: परिवार इस निर्णय को अधिक संजोएगा क्योंकि उन्होंने स्मारक के निर्माण के लिए नहीं कहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात की और बाबा के लिए एक स्मारक बनाने के उनकी सरकार के फैसले के लिए तहे दिल से आभार और धन्यवाद व्यक्त किया। यह इसलिए अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि हमने इसके लिए नहीं कहा था। प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित लेकिन वास्तव में दयालु कदम से मैं बेहद प्रभावित हूं।
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