सार
रुजीरा बनर्जी से करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी घोटाले के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा कई बार पूछताछ की जा चुकी है।
Ruchira Banerjee stopped at Kolkata Airport: कोयला मामले में जांच का सामना कर रही रुचिरा बनर्जी को सोमवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। रुचिरा तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी हैं। रुचिरा कोलकाता एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट लेने पहुंची थीं। उनको यूएई जाना था लेकिन ईडी ने रोक दिया। उनको यूएई जाना था लेकिन ईडी ने रोक दिया। करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी घोटाले में ईडी और सीबीआई रुचिरा से कई बार पूछताछ कर चुकी है। उधर, कोलकाता एयरपोर्ट पर रोक के बाद रुचिरा को ईडी ने 8 जून को पूछताछ के लिए समन भेजा है।
रुचिरा के वकील ने कहा-ईडी ने जानबूझकर रोका
रुचिरा बनर्जी को यूएई के लिए फ्लाइट पकड़ना था। वह दुबई जा रही थीं। इसके लिए वह अपने दो बच्चों के साथ सोमवार की सुबह 7 बजे कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचीं थीं। लेकिन ऐन वक्त पर उनको इंटरनेशनल फ्लाइट लेने से रोक दिया गया। फ्लाइट पकड़ने से रोके जाने के बाद रुचिरा वापस लौट गईं। रुचिरा के वकील ने कहा कि ईडी ने जानबूझकर ऐसा किया है। वकील ने कहा कि रुचिरा ने कुछ दिन पहले अपनी यात्रा संबंधी डिटेल ईडी को भेज दी थी। साथ ही उन्होंने अपने टिकट की एक कॉपी लेकर ईडी को जानकारी दे दी थी। उस समय ईडी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन जब वह फ्लाइट में बैठने जा रही थीं तो उनको रोक दिया गया। उनके वकील ने कहा कि वह घर लौट गईं हैं। हम कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, एयरपोर्ट के जिम्मेदारों या ईडी अधिकारियों ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है कि रुचिरा बनर्जी को क्यों दुबई जाने से रोका गया।
ईडी और सीबीआई कर चुकी है पूछताछ
रुचिरा बनर्जी से सीबीआई और ईडी कोयला तस्करी घोटाले के सिलसिले में कई बार पूछताछ कर चुकी है। करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी घोटाला में पश्चिम बंगाल के कई दिग्गज आरोपी हैं। रुचिरा के पति अभिषेक बनर्जी से लेकर कई लोगों से सीबीआई और ईडी पूछताछ कर चुकी है। जांच एजेंसियों का आरोप है कि पश्चिम बंगाल में आसनसोल के पास कुनुस्तोरिया और कजोरा में ईस्टर्न कोलफील्ड्स की लीजहोल्ड खदानों में अवैध खनन किया गया था। जांच में 1,300 करोड़ रुपये के वित्तीय लेन-देन का संकेत मिला है। जांच एजेंसियों के अनुसार, 1300 करोड़ रुपये का अधिकांश हिस्सा प्रभावशाली कुछ लोगों के पास भेजा गया था। यह धन हवाला के जरिए इन प्रभावशाली लोगों के विदेशी बैंक खातों में जमा कराया गया था।
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