सार
खड़गे ने पूछा कि कांग्रेस तो कम से कम अध्यक्ष पद के लिए चुनाव करा रही है लेकिन बीजेपी तो अपना अध्यक्ष चुनने के लिए कभी चुनाव ही नहीं कराती है। क्या बीजेपी में लालकृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा सहित उसके अध्यक्षों को चुनने के लिए कोई चुनाव कराया गया था।
Congress President Poll: कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो कार्यकारिणी में 50 प्रतिशत पदों को युवाओं के लिए आरक्षित रखेंगे। उन्होंने कहा कि उदयपुर घोषणा को कार्यकारिणी गठन के दौरान लागू किया जाएगा। 50 साल से कम उम्र के युवाओं को पदाधिकारी बनाने में प्राथमिकता देंगे।
कांग्रेस छोड़ने वाले ED और CBI से डरे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह पद के लिए कांग्रेस में नहीं हैं। बहुत से लोग कांग्रेस छोड़कर जा रहे हैं। वह लोग पद के लिए नहीं बल्कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स के डर से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह पूरा करती है। हमने उदयपुर शिविर में कई घोषणाएं की थी। उदयपुर प्रस्ताव को पूरी तरह से लागू किया जाएगा। इस बार कार्यकारिणी में पचास प्रतिशत युवा चेहरों को जगह दी जाएगी।
टीआरएस के नाम बदले जाने पर गोलमोल जवाब दे गए
तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) करने और राष्ट्रीय होने का फैसला करने के बारे में पूछे जाने पर खड़गे ने कहा कि कई क्षेत्रीय दलों ने खुद को 'अखिल भारतीय' का टैग दिया है लेकिन कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक उनकी कोई मौजूदगी नहीं है।
दरअसल, खड़गे अपने चुनाव अभियान के तहत राज्यों का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं ने उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है। उनसे तब चुनाव मैदान में उतरने को कहा गया है जब गांधी परिवार का कोई सदस्य इस बार पद लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि वह किसानों, श्रमिकों, एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों और छोटे व्यापारियों से संबंधित मुद्दों को हल करने का प्रयास करेंगे।
क्या बीजेपी अपने अध्यक्ष का चुनाव कराती?
खड़गे ने पूछा कि कांग्रेस तो कम से कम अध्यक्ष पद के लिए चुनाव करा रही है लेकिन बीजेपी तो अपना अध्यक्ष चुनने के लिए कभी चुनाव ही नहीं कराती है। क्या बीजेपी में लालकृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह, अमित शाह और जेपी नड्डा सहित उसके अध्यक्षों को चुनने के लिए कोई चुनाव कराया गया था। जो पार्टी आज तक कभी चुनाव नहीं कराती है उसे दूसरों से सवाल करने का कोई अधिकार नहीं है।