सार
अजय माकन ने आयकर विभाग की 210 करोड़ की मांग पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि यह एक अलोकतांत्रिक काम है, जो भारत की बहुदलीय प्रणाली के लिए खतरा है।
अजय माकन।कांग्रेस ने अपने बैंक खाते से जुड़े मामले में बुधवार (21 फरवरी) को दावा किया कि आयकर विभाग ने उनके तीन बैंक खातों से 65 रुपये की वसूली की है। कांग्रेस ने इस कदम पर सवाल उठाया और दावा किया है कि राजनीतिक दल भारत में प्रत्यक्ष कर का भुगतान नहीं करते हैं। अजय माकन ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि न तो बीजेपी और न ही कांग्रेस इनकम टैक्स भरती है, लेकिन फिर भी उनकी पार्टी को 210 करोड़ रुपये की टैक्स डिमांड का सामना करना पड़ रहा है।
अजय माकन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आयकर विभाग ने बैंकों को INC इंडिया, IYC और NSUI खातों से सरकार को 65 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने का आदेश दिया। इस तरह से उन्होंने 5 करोड़ IYC और NSUI निकाले और 60।25 करोड़ रुपये INC के खाते से वसूले। उन्होंने कहा, "क्या राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के लिए आयकर देना आम बात है? नहीं।"
अजय माकन ने उठाए सवाल
अजय माकन ने आयकर विभाग की 210 करोड़ की मांग पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि यह एक अलोकतांत्रिक काम है, जो भारत की बहुदलीय प्रणाली के लिए खतरा है। ये स्थिति लोकतंत्र की स्थिति के बारे में एक महत्वपूर्ण सवाल उठाती है। अजय माकन ने कहा कि वैसे भी जिस पैसे की बात हो रही है वो क्राउडफंडिंग और सदस्यता अभियान के जरिए जुटाया गया था। माकन ने कहा, "यह स्थिति लोकतंत्र की स्थिति के बारे में एक महत्वपूर्ण सवाल उठाती है। हमारी आशा अब न्यायपालिका पर है।"
कांग्रेस ने ITAT का किया रुख
बता दें कि कांग्रेस ने बकाया टैक्स की वसूली के खिलाफ आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (ITAT) का रुख किया है। कांग्रेस ने पिछले सप्ताह कहा था कि विभाग ने उसके खाते फ्रीज कर दिए हैं क्योंकि उसकी वापसी में कुछ ही दिन की देरी हुई थी। उसने कहा कि उसके पास बिलों का निपटान करने और अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं।