सार
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से राज्य के बाहरी लोगों पर आतंकी हमले(Terrorists attack) बढ़े हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरते हुए एक tweet किया। इसके बाद लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं।
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर में Target Killings के बाद देशभर में आतंकवाद के खिलाफ जबर्दस्त गुस्सा फूट पड़ा है। हर तरफ से आतंकवाद के खिलाफ सख्त एक्शन लिए जाने की मांग उठने लगी है। इस बीच कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए एक tweet किया-'जम्मू-कश्मीर में हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं, सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठकर तमाशा देख रही है। आतंकी घटनाओं पर रोक और आतंकियों पर लगाम लगाने के लिए सरकार के पास न कोई विजन दिख रहा है, ना ही इच्छा शक्ति।' इस पर लोगों ने कांग्रेस को ट्रोल कर लिया। पढ़िए कुछ कमेंट्स...
#न बिजली का बिल हाफ चाहिए न कर्जा माफ चाहिए सारा पैसा लगा दो हमारी सेना पर; हमें देश का दुश्मन साफ चाहिए।
#सब बीज कांग्रेस के ही बोये हैं। # LAC/LOC की समस्या कांग्रेसियों की ही देन है। #ये सब तुम्हारी ही मिलीभगत है। #2014 से पहले कौन सा हलात सही था? #इसका जिम्मेदार आप ही लोग हो। #सब कांग्रेस का ही किया हुआ है।
#इस तरह के ट्वीट भारत की सेना और नागरिकों का मनोबल तोड़ते हैं और पाकिस्तान के साथ साथ आतंकवादियों और अलगाववादियों का मनोबल बढ़ाते हैं। अपने राजनीतिक स्वार्थों को पूरा करने के लिए देश के साथ खिलवाड़ करना बंद करें।
#अभी तक वहां पर जाकर कोई धरना और और भूख हड़ताल नहीं कर रहा है। बहुत सोचने की बात है, क्योंकि वहां पर चुनाव नजदीक नहीं ना हैं इसलिए। वैसे जम्मू-कश्मीर के अलावा भी छत्तीसगढ़ और राजस्थान में घटनाएं घटी हैं उनके लिए क्या कर रही है वहां की सरकार? पीड़ित को न्याय दिला रही है या भाषण।
#90 के दशक में भी कत्लेआम हुआ था। कश्मीरी पंडितों के विरुद्ध और दोनों जगह कांग्रेसी सरकार होने के बावजूद भी मरने दिया था कांग्रेस ने।
#क्या सरकार के पास कोइ विजन नही हैं, तो आप महान हो; तो सरकार को क्यूं सूचना नहीं करते। देश के प्रति सच्ची भावना है और देशभक्त बताते हो; तो सरकार को अपना आइडिया क्यूं नहीं बताते?
#देश द्रोहियों-गद्दारों को परेशानी है। धारा 370 हटी, तो सब ठीक कैसे हो रहा है।
# देश को लूटना बंद हो गया है। #कांग्रेस ने कितने गढ्ढे खोदे हैं, उनको भरना मुश्किल है। फिर भी कोशिश जारी है। आतंकवादियों के मरने पर रोने वाली कांग्रेस शर्म करो।
#नेहरू की ढुलमुल नीति और अदूरदर्शिता कश्मीर समस्या की जननी थी। यह अभी तक इसलिए अनसुलझी रह गई, क्योंकि तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू की पाकिस्तानी कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना से अपनी गहरी दोस्ती थी।
#वहां आतंकवाद बढ़ाने में कांग्रेस का भारी योगदान है। क्या ये घटनाएं अभी भाजपा शासन में प्रारंभ हुई हैं, इसके पहले बिल्कुल नहीं थीं?
#सही कब था.... जब सेना पर पत्थर फेंका जाता था? जब से जम्मू कश्मीर से 370 हटा; तब से पाकिस्तानी और कांग्रेसी को पेट में दर्द होने लगा है।
#15 साल से पाकिस्तानी इस्लामिक आतंकवादी अशरफ अली दिल्ली में रह रहा था ...अब पकड़ा गया। अब समझ आया, ये लोग कागज दिखाने से क्यों डरते हैं?
#चिंता जता रहे हो या आतंकियों का होसला बढ़ा रहे हो? भाषा भी ठीक नहीं लिख सकते, हिन्दुओं के मरने पर कश्मीर क्यों नहीं गए?
(नोट:लोगों की प्रतिक्रियाओं की भाषा-शैली संपादित की गई है)
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