सार
कोरोना वायरस ने भारत से लेकर दुनियाभर को हिलाकर रख दिया है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित तबलीगी जमात मरकज में 16 देशों और भारत के 19 राज्यों से आए थे। ये करीब 2000 से ज्यादा की संख्या में निजामुद्दीन में इकट्ठा हुए थे।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस ने भारत से लेकर दुनियाभर को हिलाकर रख दिया है। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित तबलीगी जमात मरकज में 16 देशों और भारत के 19 राज्यों से आए थे। ये करीब 2000 से ज्यादा की संख्या में निजामुद्दीन में इकट्ठा हुए थे। इनमें उन देशों के भी लोग शामिल हैं, जहां कोरोना वायरस अपना पैर फैला चुका है और तबाही मचा रहा था। अब ऐसे में मीडिया रिपोर्ट्स में दिल्ली पुलिस की चार्जशीट का हवाला देते हुए दावा किया जा रहा है कि तबलीगी जमात मलेशिया और इंडोनेशिया से वायरस लेकर आए थे।
चार्जशीट में दावा किया जा रहा है ये दावा
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तबलीगी जमात के मामले में दिल्ली पुलिस ने जो चार्जशीट दाखिल की है, उसमें बताया जा रहा है कि दिल्ली में तबलीगी जमात की मरकज होने से पहले मार्च में मलेशिया में भी ऐसी मरकज हुई थी, जहां कोरोना वायरस के कई मामले सामने आए थे। चार्जशीट के मुताबिक कहा जा रहा है कि यह कहना गलत नहीं होगा कि मरकज में शामिल हुए कुछ विदेशी कोरोना वायरस के कोरियर थे और अपने देशों से कोरोना का संक्रमण भारत में लेकर आए थे।
चार्जशीट में बताया जा रहा है कि मलेशिया में हुई मरकज 27 फरवरी से 1 मार्च के बीच हुई थी, जिसके बाद मलेशिया में कोरोना के 500 मामले सामने आए थे। इंडोनेशिया में भी 18 मार्च को मरकज प्रस्तावित थी, जिसे बाद में कोरोना संक्रमण फैलने के डर से रद्द कर दिया गया था। पुलिस का कहना है कि मलेशिया और इंडोनेशिया समेत अन्य देशों के लोग फिर भारत पहुंचे और निजामुद्दीन मरकज में शिरकत की और यहां संक्रमण फैलाया।