सार
Carbevax : यह पूर्ण रूप से स्वदेशी वैक्सीन है। हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological e ltd.) ने इसका निर्माण किया है। कॉर्बेवैक्स भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। इस वैक्सीन को कोविड-19 के खिलाफ 12 से 18 वर्ष उम्र वर्ग के लिए भारत के दवा नियामक से आपातकालीन इस्तेमाल (EUA) की मंजूरी मिली है।
नई दिल्ली। देश में कोविड 19 (Covid 19) रोधी वैक्सीन की 180 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। बुधवार 16 मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों का भी वैक्सीनेशन शुरू हो रहा है। इन्हें सिर्फ कार्बेवैक्स ((Covid 19 Vaccine Corbevax) टीका लगाया जाएगा। 21 फरवरी 2022 को इस टीके के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि इस आयु वर्ग वाले बच्चों को सिर्फ कार्बेवक्स लगाया जाए। गौरतलब है कि कार्बेेवैक्स को Covid 19 के खिलाफ तीसरे टीके के रूप में शामिल किया गया है। यह उन सभी वैक्सीनेशन सेंटरों पर मिलेगा, जहां कोवैक्सीन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) का इस्तेमाल किया जा रहा है।
3 जनवरी से 15 से 17 उम्र वालों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ
देश में कोरोना वैक्सीनेशन 16 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। सबसे पहले हेल्थ और फ्रंटलाइनर्स को टीका लगाया गया। इसके बाद से अलग-अलग उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन के साथ टीकाकरण का दायरा बढ़ता गया। इसी साल 3 जनवरी 2022 से ही सरकार ने 15 से 17 साल उम्र वाले किशोरों (Children Vaccination) का वैक्सीनेशन शुरू किया था। इस आयु वर्ग के देश में करीब साढ़े 7 करोड़ बच्चे हैं। भारत में 12 से 18 साल के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाने की मंजूरी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से पहले ही मिल गई थी। इस आयु वर्ग के लिए भी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) को अप्रूवल मिला है।
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क्या है कार्बेवैक्स
यह पूर्ण रूप से स्वदेशी वैक्सीन है। हैदराबाद की कंपनी बायोलॉजिकल ई लिमिटेड (Biological e ltd.) ने इसका निर्माण किया है। कॉर्बेवैक्स भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। इस वैक्सीन को कोविड-19 के खिलाफ 12 से 18 वर्ष उम्र वर्ग के लिए भारत के दवा नियामक से आपातकालीन इस्तेमाल (EUA) की मंजूरी मिली है। सरकार ने इसकी 30 करोड़ डोज का ऑर्डर पहले ही दे दिया था। कंपनी को 1,500 करोड़ रुपए का एडवांस पेमेंट भी किया जा चुका है। इस वैक्सीन की दो डोज लगाई जाएंगी। पहली डोज के 28 दिन दूसरी डोज लगेगी।
पहले वयस्कों को लगाने की मिली थी अनुमति
इससे पहले कॉर्बेवैक्स को वयस्कों को लगाने की अनुमति मिली थी। इस अनुमति के बाद बायोलॉजिकल ई ने कुछ समय पहले ही 5 से 12 साल और 12 से 18 साल आयु वर्ग में इसका ट्रायल किया। फरवरी में टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) की बैठक में बच्चों पर कॉर्बेवैक्स के क्लीनिकल ट्रायल डेटा की समीक्षा की गई थी। संतुष्ट होने के बाद इसे मंजूरी दे दी गई।
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