सार

आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने बताया कि डेल्टा प्लस स्वरूप के खिलाफ वैक्सीन की इफेक्टीवनेस की जांच की गयी है। उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस स्वरूप के सामने आने के कुछ महीने हो गए हैं। 

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोविड-19 के मरीजों में कहर बरपा रहा डेल्टा प्लस का प्रभाव भारतीय वैक्सीन के आगे नहीं के बराबर है। देश में अभी तक केवल 300 डेल्टा प्लस वेरिएंट के मरीज ही पाए गए हैं। आईसीएमआर ने पुष्टि की है कि डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ भारतीय वैक्सीन प्रभावी है। 

भारत में वैक्सीन है डेल्टा प्लस वेरिएंट पर प्रभावी

आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने बताया कि डेल्टा प्लस स्वरूप के खिलाफ वैक्सीन की इफेक्टीवनेस की जांच की गयी है। उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस स्वरूप के सामने आने के कुछ महीने हो गए हैं। पहले 60-70 मामले मिले थे, अब डेल्टा प्लस के करीब 300 मामले हैं। उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस के खिलाफ भी वैक्सीन को प्रभावी पाया गया है। कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप की पहचान 11 जून को की गई थी और इसे चिंता पैदा करने वाली श्रेणी में शामिल किया गया था।

24 घंटे में आए 47092 केस

देश में गुरुवार को 47,092 नए मामलों के सामने आने के साथ पिछले दो महीने में कोविड-19 के सबसे अधिक दैनिक मामले सामने आए। पिछले 24 घंटे के दौरान 47,092 नए मामलों के सामने आने के साथ संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,28,57,937 हो गई है। पिछली बार 63 दिन पहले (एक जुलाई को) रोजाना के सबसे अधिक 48,786 नए मामले आए थे। 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को अपडेटेड आंकड़ों में बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर अब 3,89,583 हो गई है जो कुल मामलों का 1.19 प्रतिशत है। वहीं, संक्रमण से 509 और लोगों की मौत हुई है।