सार
देश में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों और ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि बहुत जरूरी ना हो तो उद्योगों की ऑक्सीजन सप्लाई बंद की जाए। हालांकि, उन्होंने 9 सेक्टरों को छूट देने की बात कही है।
नई दिल्ली. देश में कोरोना के बढ़ते हुए मामलों और ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा कि बहुत जरूरी ना हो तो उद्योगों की ऑक्सीजन सप्लाई बंद की जाए। हालांकि, उन्होंने 9 सेक्टरों को छूट देने की बात कही है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि 22 अप्रैल से 9 सेक्टरों को छोड़कर बाकी उद्योगों को ऑक्सीजन की सप्लाई बंद रहेगी। उन्होंने कहा, अस्पतालों में पर्याप्त मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई जारी रखने के लिए ऐसा किया जाएगा।
उद्योगों के लिए रोकी जाए मेडिकल सप्लाई
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा कि 9 उद्योगों को छोड़कर औद्योगिक उद्देश्य के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। पत्र में अजय भल्ला ने कहा कि कोरोना के बढ़ते हुए केसों और ऑक्सीजन की डिमांड को देखते हुए खासकर महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में केंद्र की कमेटी ने देश में मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को पूरा करने और लोगों के जीवन को बचाने के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा की। इसके बाद ये फैसला लिया गया है।
इन 9 सेक्टरों को होती रहेगी ऑक्सीजन की आपूर्ति
- एम्पुल्स और वायल्स
- फार्मास्युटिकल
- पेट्रोलियम रिफायनरी
- स्टील प्लांट
- न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट्स
- ऑक्सीजन सिलेंडर मैन्युफैक्चरर्स
- वेस्ट वाटर प्लांट्स
- फूड एंड वाटर प्यूरीफिकेशन
- प्रोसेस इंडस्ट्री, जिन्हें संबंधित प्राधिकरण द्वारा अप्रूव्ड भट्टियों, प्रक्रियाओं, दूसरों के निर्बाध संचालन की जरूरत होती है।