सार

कोविशिल्ड और कोवैक्सीन सबसे सुरक्षित हैं। नीति अयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा, हमें इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि दोनों टीके सबसे सुरक्षित हैं। दोनों टीकों का हजारों लोगों पर परीक्षण किया गया है और दुष्प्रभाव नगण्य है।

नई दिल्ली. देश में कोरोना वैक्सीन लगाने का काम शुरू हो चुका है। Covishield और Covaxin नाम की दो वैक्सीन 3 करोड़ हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगाई जाएगी। वैक्सीन को लेकर लोगों के कई सवाल है, जिनका जवाब यहां है।

सवाल- दो COVID-19 टीके कौन से हैं? 
जवाब- देश में कोरोना वायरस टीकाकरण अभियान के पहले चरण में कोविशिल्ड और कोवैक्सीन टीका लगेगा। 

सवाल- COVID-19 वैक्सीन की कितनी डोज दी जाएगी?
जवाब- स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा था कि वैक्सीन की दो खुराकें दी जाएंगी। ये दोनों खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जाएंगी। 

सवाल- टीका कितने दिनों के बाद प्रभावी होगा?
जवाब- स्वास्थ्य सचिव ने कहा था कि दूसरी खुराक लेने के 14 दिन के बाद टीके का प्रभाव दिखेगा। 

सवाल- क्या मैं अपनी COVID-19 वैक्सीन चुन सकता हूं? 
जवाब- नहीं, यह चुनने का विकल्प नहीं होगा कि आप कौन सा कोरोनो वायरस वैक्सीन लगवाना चाहते हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा था, अब तक किसी भी देश में जहां टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है, लोगों के पास यह विकल्प नहीं है कि कौन सा टीका लेना है।

सवाल- COVID-19 वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स क्या हैं?
जवाब- कोविशिल्ड और कोवैक्सीन सबसे सुरक्षित हैं। नीति अयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा, हमें इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि दोनों टीके सबसे सुरक्षित हैं। दोनों टीकों का हजारों लोगों पर परीक्षण किया गया है और दुष्प्रभाव नगण्य हैं। 

सवाल- वर्तमान में कोई कोरोना संक्रमित है तो उसे टीका लगाया जा सकता है?
जवाब- जिस व्यक्ति को कोरोना है वह वैक्सीनेशन साइट पर जाकर वायरस के खतरे को बढ़ा सकता है। इसलिए उसे 14 दिनों के बाद ही वैक्सीन लगेगी।

सवाल- अगर मैं COVID-19 टीका नहीं लगवाना चाहता तो क्या करूं?
जवाब- COVID-19 टीका लगवाना स्वैच्छिक है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही कह दिया था। हालांकि यह सलाह दी जाती है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतने के लिए वैक्सीन लगवाना सही है।

सवाल- COVID-19 टीकों की कीमत क्या होगी? 
जवाब- सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को 1.1 करोड़ डोज सप्लाई किया है। प्रत्येक डोज की कीमत 200 रुपए होगी। वहीं भारत बायोटेक से सरकार ने 55 लाख डोज खरीदा है और प्रत्येग डोज की कीमत 206 रुपए होगी।