सार
दिल्ली में नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियां को लेकर आज दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की अहम बैठक है.
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में कोरोना (corona0 की रफ्तार धीमी हो रही है। जिससे जल्द ही जिंदगी पटरी पर लौट सकती है। नाइट कर्फ्यू जैसी तमाम पाबंदियां खत्म हो सकती हैं। दरअसल आज कोरोना पाबंदियों को हटाने को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की अहम बैठक है. बता दें कि दिल्ली में बुधवार को 7,498 नए मरीज मिले, लेकिन 29 लोगों की मौत हुई। यहां का पॉजिटिविटी रेट 10. 59 प्रतिशत पर पहुंच गया है। मंगलवार को यहां पॉजिटिविटी रेट 10. 55 फीसदी था, यानी मामले बढ़े हैं। लेकिन अब लोग पाबंदियां हटाने की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली में DDMA की आज अहम बैठक
दिल्ली में 27 दिसंबर को यलो अलर्ट जारी कर कड़ी पाबंदियां लागू कर दी गई थीं। वीकेंड कर्फ्यू (Delhi Weekend Curfew) भी लागू है। दिल्ली में चारों ओर से प्रतिबंध हटाए जाने की मांग उठ रही है। न सिर्फ कारोबारी जगत बल्कि राजनीतिक पार्टियां भी यही मांग कर रही। इसके मद्देनजर उम्मीद जताई जा रही है कि पाबंदियां जल्द हट सकती हैं। इसको लेकर आज दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की अहम मीटिंग होगी। यह बैठक 12। 30 बजे तय है, DDMA की बैठक की अध्यक्षता उप राज्यपाल अनिल बैजल करेंगे। जिसमें मुख्यमंत्री केजरीवाल भी शामिल हो सकते हैं। मीटिंग में कोराना के सुधरते हालात को देखते हुए दिल्ली को छूट देने पर चर्चा होगी।
स्कूल खोलने की मांग तेज
इस बीच दिल्ली में स्कूल खोलने की मांग तेज हो गई है। बुधवार को अभिभावकों का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Delhi School Reopen News) से मिलने पहुंचा। उन्होंने मांग की है कि अब दिल्ली के स्कूलों (Delhi School Open News) को खोल दिया जाना चाहिए। उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर दिल्ली में जल्द स्कूल खोलने की मांग का समर्थन किया है। 27 दिसंबर को दिल्ली के स्कूल बंद कर दिए गए थे। तब से ऑनलाइन क्लास ही चल रही हैं।
व्यापारी संघ ने की नुकसान की भरपाई की मांग
इसके अतिरिक्त दिल्ली व्यापारी संघ ने बजट में दिल्ली सरकार से नुकसान की भरपाई करने की भी मांग की है। दिल्ली व्यापारी संघ अध्यक्ष सतीश बंसल ने कहा कि 'इस बार सरकार को बजट में ऐसा प्रावधान लाना चाहिए जिससे व्यापारियों को कोरोना के चलते हुए नुक़सान की भरपाई हो सके। चैम्बर ऑफ ट्रेन एंड इंडस्ट्री यानी CTI एलजी को इस बारे में ज्ञापने सौंपा। CIT के चेयरमैन ब्रजेश गोयल का कहना है कि ऑड-ईवन और वीकेंड कर्फ़्यू की वजह से एक दुकान महीने में 6 से 7 दिन ही खुल पाती है जिसकी वजह से व्यापारियों को भारी नुक़सान तक झेलना पड़ रहा है।
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