सार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर पोखरण पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज तक भारत की मौजूदा परमाणु नीति "पहले इस्तेमाल नहीं की है। लेकिन भविष्य में क्या होगा, वह स्थिति पर निर्भर करता है।

जैसलमेर. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर पोखरण पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज तक भारत की मौजूदा परमाणु नीति "पहले इस्तेमाल नहीं की है। लेकिन भविष्य में क्या होगा, वह स्थिति पर निर्भर करता है। वाजपेयी का पिछले साल 16 अगस्त को निधन हो गया था। वे लंबे वक्त से बीमार थे।

राजनाथ सिंह ने कहा, यह संयोग है कि मैं यहां इंटरनेशनल आर्मी स्काउट मास्टर्स कम्पटीशन में जैसलमेर आया था। इसलिए मैंने सोचा कि अटलजी को यहां पोखरण में श्रद्धांजलि देनी चाहिए।

पोखरण में 1998 में परमाणु परीक्षण हुआ था
वाजपेयी सरकार ने 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण कर सबको चौंका दिया था। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की अगुआई में हुए इस मिशन की अमेरिका, ब्रिटेन समेत किसी देश को भनक भी नहीं लगी थी। हालांकि, अमेरिका की खुफिया एजेंसी भारत पर नजर बनाए हुए थीं और पोखरण की निगरानी के लिए 4 सैटेलाइट भी लगाए थे। भारतीय वैज्ञानिकों ने इन्हें चकमा देते हुए सफल परमाणु परीक्षण किया था। इससे पहले 1974 में इंदिरा सरकार ने यहां पहला परमाणु परीक्षण किया था।