सार
शराब नीति घोटाले में फंसे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के सब्र का बांध टूट गया है। उन्होंने बुधवार को जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका लगाई। इसी के साथ उन्होंने सीबीआई के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए साफ कहा है कि मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है।
दिल्ली. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने सीबीआई को जांच के लिए पूरा सहयोग किया। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें रिहा होने से रोका जा रहा है। अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। जिसमें उन्होंने सीबीआई के गंभीर आरोप लगाए हैं।
गिरफ्तारी को बताया असंवैधानिक
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को सीबीआई के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब अप्रैल 2023 में उन्हें बुलाया गया था, तो उन्होंने जांच में पूरा सहयोग किया था। ऐसे में जांच पहले ही पूरी हो चुकी थी और गिरफ्तारी का आधार बनाने वाली सभी चीजें भी एकत्रित की जा चुकी थी। इसलिए सीबीआई को पक्षपात नहीं करते हुए निष्पक्षता के साथ काम करना चाहिए। वे बोले सीबीआई का अचारण स्पष्ट रूप से दुर्भवना से भरा हुआ है।
रिहा होने से रोका रहे
अरविंद केजरीवाल ने हाईकोर्ट में जमानत याचिका में कहा कि मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। क्योंकि जिस सबूत के आधार पर उन्हें अब गिरफ्तार किया है। वह पहले से ही रिकॉर्ड में हैं। केस दर्ज होने के 1 साल 10 माह बाद गिरफ्तारी स्पष्ट रूप से दुर्भावना से भरा कार्य है। उन्हें रिहा होने से रोका जा रहा है।
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केजरीवाल ने लगाए ये गंभीर आरोप
अरविंद केजरीवाल ने सीबीआई पर स्वतंत्रता छीनने के आरोप लगाए हैं। केजरीवाल ने कहा कि धारा 41,1 बी इन के सभी सिद्धांत के साथ गिरफ्तारी की आवश्यकता का उल्लंघन कर सिर्फ दंडात्मक कारावास दिया गया है। जिसका उद्देश्य सिर्फ स्वतंत्रता को छीनना है। उन्हें मनमाने तरीके से कैद किया गया। दिल्ली सीएम केजरीवाल ने यह सब तरीका ठीक नहीं बताया है।
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