सार
बोबी दिल्ली के पार्षद बनने वाले ट्रांसजेंडर समाज के पहले व्यक्ति बन गए हैं। दिल्ली एमसीडी चुनाव (Delhi MCD Result) में उन्होंने सुल्तानपुरी-ए वार्ड से जीत हासिल की है।
नई दिल्ली। दिल्ली एमसीडी चुनाव (Delhi MCD Result) के रिजल्ट आ रहे हैं। सुल्तानपुरी-ए वार्ड से आप उम्मीदवार बोबी जीत गए हैं। बोबी ट्रांसजेंडर समाज के पहले व्यक्ति हैं जो दिल्ली में पार्षद बने हैं। बोबी को 15 साल की उम्र में परिवार से अलग कर दिया गया था। परिवार ने उसे सामाजिक दबाव में ट्रांसजेंडर समुदाय के एक 'गुरुजी' को सौंप दिया था। बोबी अन्ना आंदोलन से जुड़े थे।
चुनाव जीतने के बाद बोबी ने कहा, "मैं अपनी जीत उन लोगों को समर्पित करना चाहता हूं, जिन्होंने मेरे लिए इतनी मेहनत की। मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। अब मुझे सिर्फ अपने क्षेत्र में विकास के लिए काम करना है।"
चुनाव प्रचार के दौरान बोबी ने कहा था कि अगर मैं चुनाव जीतता हूं तो बदहाल पड़े पार्कों का सौंदर्यीकरण मेरी पहली प्राथमिकता होगी। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र की सफाई पर ध्यान दूंगा और इसे गंदगी से छुटकारा दिलाऊंगा। मेरे क्षेत्र में कई लोग ऐसे हैं जिन्हें भोजन और कपड़े मुश्किल से मिलते हैं। गरीबों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना मेरे एजेंडे में होगा। बता दें कि बोबी लंबे समय से सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं। वह बच्चों को स्कूल में एडमिशन दिलाने मदद करते रहे हैं। बोबी ने 2017 में भी निकाय चुनाव लड़ा था।
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पेट पालने के लिए लोगों के घरों में किया डांस
बोबी ने कहा था, "मुझे लोगों से बहुत प्यार मिल रहा है। वे मुझसे कहते हैं कि उनका परिवार भी मुझे वोट देगा।" अपने बचपन और गुरु के बारे में बोबी ने कहा था, "मेरे गुरुजी अब नहीं रहे, लेकिन वह मेरे लिए सब कुछ थे। जब से मुझे गुरुजी को सौंपा गया तब से मैंने पेट पालने के लिए नाचना-गाना शुरू कर दिया था। मैं लोगों के घरों में डांस करता था। मैं अपनी कमाई के एक-एक पैसा बचाता था। मैंने उस पैसे से अपने लिए घर खरीदा।"
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