सार
कहासुनी बढ़ी तो दोनों तरफ के युवक मारपीट पर उतारू हो गए। बताया जा रहा है कि बाइक सवार युवकों ने नीतेश और उसके दोस्त मोंटी, आलोक की डंडों व लोहे की छड़ों से पिटाई कर दी। नीतेश व अन्य को गंभीर रूप से घायल करने के बाद तीनों फरार हो गए।
Delhi murder in two groups clash: दिल्ली में एक बार फिर कानून-व्यवस्था को धता बताते हुए दो गुटों में जमकर संघर्ष हुआ। मध्य दिल्ली में हुए दो गुटों के बीच संघर्ष में एक 27 वर्षीय युवक की मौत हो गई है। खुलेआम तीन लोगों ने लाठी-डंडे से युवक की पिटाई कर गंभीर कर दिया। शनिवार को एक अस्पताल में युवक ने दम तोड़ दिया जबकि उसके दो अन्य साथी घायल हैं। युवक की हत्या के बाद रविवार को लोगों ने सड़क जाम कर आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मृतक युवक बजरंग दल से जुड़ा हुआ है। जबकि आरोपी दूसरे संप्रदाय के हैं। हालांकि, पुलिस ने दावा किया है कि इस मारपीट का सांप्रदायिकता से कोई संबंध नहीं है। मृतक युवक का नाम नीतेश बताया जा रहा है।
झगड़ा होने के बाद तीन युवकों पर पिटाई का आरोप
पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि 12 अक्टूबर को नीतेश अपने दोस्तों मोंटी और आलोक के साथ अपने घर के पास खड़ा था। उसी दौरान बाइक से जा रहे तीन लड़कों उफीजा, अब्बास और अदनान से उसका झगड़ा हो गया। कहासुनी बढ़ी तो दोनों तरफ के युवक मारपीट पर उतारू हो गए। बताया जा रहा है कि बाइक सवार युवकों ने नीतेश और उसके दोस्त मोंटी, आलोक की डंडों व लोहे की छड़ों से पिटाई कर दी। नीतेश व अन्य को गंभीर रूप से घायल करने के बाद तीनों फरार हो गए। आनन फानन में स्थानीय लोगों की सहायता से तीनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस के अनुसार पहले नीतेश के ग्रुप ने किया वार
डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि नीतेश को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शनिवार देर शाम उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने बताया कि नीतेश और आलोक के खिलाफ पहले भी कई केस दर्ज थे। सीसीटीवी फुटेज में भी नीतेश और उसके दोस्तों को दूसरे गुट पर पहला वार करते देखा गया। पुलिस का कहना है कि यह मामूली झगड़ा था जो बढ़ गया। इसमें कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है। हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है और तीनों आरोपियों को तलाश किया जा रहा है।
लोगों का कहना है जानबूझकर दूसरे पक्ष ने बनाया निशाना
पुलिस के दावे के इतर कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि नीतेश ने कुछ दिनों पहले ही बजरंग दल ज्वाइन किया था। इसलिए दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने उसे निशाना बनाया है। आरोप है कि नीतेश को पीटने के लिए दूसरे समुदाय के एक धार्मिक स्थल से भीड़ आई थी। लेकिन पुलिस ने इससे इनकार किया है।
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