सार
नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के मंडी हाउस में एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन हो रहा है। जामिया छात्रों की अपील पर वहां से संसद तक विरोध मार्च निकाला जा रहा है। हालांकि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पहले से ही धारा 144 लगा दी गई है।
नई दिल्ली. नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के मंडी हाउस में एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन हो रहा है। जामिया छात्रों की अपील पर वहां से संसद तक विरोध मार्च निकाला जा रहा है। हालांकि स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पहले से ही धारा 144 लगा दी गई है। दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 24 दिसंबर को छात्र प्रोटेस्ट डे मना रहे हैं। इसी के चलते यह विरोध मार्च निकाला जा रहा है।
विरोध मार्च में योगेंद्र यादव शामिल
स्वराज इंडिया का संस्थापक योगेंद्र यादव भी विरोध मार्च में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि संसद में अमित शाह ने एनआरसी लागू करने की बात कही थी। फिर प्रधानमंत्री कैसे बोल सकते हैं। पीएम स्पष्ट बोलते की एनआरसी लागू नहीं होगा, तो मैं मान लेता। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। फिर मैं भरोसा करने के लिए तैयार हूं।
- उन्होंने कहा कि एनआरसी असम में लागू हुआ है। हम तो वही मान कर चलेंगे कि वही नियम कानून पूरे देश में लागू होंगे।
जामिया के ज्यादा छात्र
विरोध मार्च में ज्यादातर जामिया के छात्र हैं। इसके अलावा कुछ बाहर के लोग भी हैं। इसमें स्वराज इंडिया के लोग भी मौजूद हैं। सीएए के अलावा छात्रों की नाराजगी इस बात की भी है कि पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की। उनकी मांग है कि आरोपी पुलिसवालों पर कार्रवाई हो।