सार

नागरिकता संशोधन कानून मुद्दे पर दिल्ली जल रही है। 3 दिन से हिंसा की तस्वीरें सामने आ रही हैं। 9 लोगों की मौत हो चुकी है, इसमें एक हेड कॉस्टेबल भी शामिल है। रविवार को शुरू हुई हिंसा का आज तीसरा दिन है।

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून मुद्दे पर दिल्ली जल रही है। 3 दिन से हिंसा की तस्वीरें सामने आ रही हैं। 9 लोगों की मौत हो चुकी है, इसमें एक हेड कॉस्टेबल भी शामिल है। रविवार को शुरू हुई हिंसा का आज तीसरा दिन है। हिंसा रोकने के लिए अमित शाह ने हाई लेवल मीटिंग बुलाई। अरविंद केजरीवाल ने कहा, हिंसा में कई बाहरी लोग भी दिल्ली में दाखिल हुए हैं। सीमा को सील करने की जरूरत है। इन सबसे बीच बताते हैं कि आखिर दिल्ली में हिंसा की शुरुआत कैसे हुई?

22 फरवरी (शनिवार) को हुई शुरुआत
22 फरवरी की रात दिल्ली के जाफराबाद से खबर आई कि वहां पर कुछ महिलाएं सीएए के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए बैठ गई हैं। जाफराबाद, कश्मीर गेट से सात किलोमीटर दूर है। रात में महिलाएं वहां पर बैठी रहीं। 

23 फरवरी (रविवार) की सुबह 
रविवार के दिन में खबर आई की जाफराबाद में महिलाओं ने मेट्रो स्टेशन के पास विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। ट्रैफिक जाम होने की भी दिक्कत की खबर आई। 

23 फरवरी (रविवार) की दोपहर 
एक और खबर आई। मौजपुर में भी सीएए के विरोध में कुछ लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद कपिल शर्मा का एक ट्वीट आया।

23 फरवरी (रविवार) की शाम
शाम होते-होते भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली को एक और शाहीन बाग नहीं बनने देंगे। वे मौजपुर में विरोध प्रदर्शन के लिए अपने समर्थकों के साथ सड़कों पर उतर आए। इसी दौरान सीएए के समर्थन और विरोध में आए दोनों गुटों के बीच पथराव की खबर आई, जिसमें कई लोग घायल हुए।  

कपिल मिश्रा का एक ट्वीट आया, फिर वीडियो 
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने पहले एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, मौजपुर चौक पर जाफराबाद के सामने। कद बढ़ा नहीं करते। एड़ियां उठाने से। सीएए वापस नहीं होगा। सड़कों पर बीबियां बिठाने से।'

कपिल मिश्रा ने दिया अल्टीमेटम 
ट्वीट के बाद कपिल मिश्रा ने एक वीडियो भी ट्वीट किया। कपिल मिश्रा ने कहा, दिल्ली में आग लगी रही। ये यही चाहते हैं। इसीलिए दंगे जैसा माहौल बना रहे हैं। हमारी तरफ से किसी ने पत्थर नहीं चलाया। ट्रम्प के जाने तक तो हम शांति से जा रहे हैं। लेकिन उसके बाद तो हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। रास्ते खाली नहीं हुए तो। ट्रम्प के जाने तक आप जाफराबाद और चांद बाग की सड़के खाली करवा दीजिए। उसके बाद हमें रोड पर आना पड़ेगा। इसके बाद हमें मत समझाइएगा। हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। सिर्फ तीन दिन। 

24 फरवरी (सोमवार)
सोमवार सुबह एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अहमदाबाद पहुंचने वाले थे। उससे ठीक पहले दिल्ली के कई इलाकों से हिंसा की खबर आई। मौजपुर चौराहे पर ट्रैफिक दोनों तरफ से बंद हो गया है। समर्थन में लोग सड़कों पर बैठ गए हैं। सोमवार सुबह 11 बजे के करीब दिल्ली के भजनपुरा इलाके में उपद्रवियों ने पेट्रोल पंप के पास खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी।

25 फरवरी (मंगलवार)
24 फरवरी की रात कर्दमपुरी, गोकलपुरी और ब्रह्मपुरी इलाके में रातभर नारे लगाते लोगों की भीड़ सड़कों पर घूमती रही। 25 फरवरी की सुबह कई जगहों पर आग लगाने की घटनाएं सामने आईं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शांति की अपील की। गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बीच सुरक्षा को लेकर बैठक की।