सार
महाराष्ट्र में 80 घंटे के बाद भाजपा की सरकार गिर गई। देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा देते हुए कहा कि हमारे पास सरकार बनाने के लिए बहुमत नहीं है, मैं इस्तीफा देता हूं। देवेंद्र फडणवीस इस्तीफा देने के लिए राज्यपाल भवन पहुंचे। उनके साथ कुछ विधायक भी थे, लेकिन विधायकों की गाड़ियों को राज्यपाल भवन के गेट के बाहर ही रोक दिया गया। उन्हें पैदल ही जाना पड़ा।
मुंबई. महाराष्ट्र में 80 घंटे के बाद भाजपा की सरकार गिर गई। देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा देते हुए कहा कि हमारे पास सरकार बनाने के लिए बहुमत नहीं है, मैं इस्तीफा देता हूं। देवेंद्र फडणवीस इस्तीफा देने के लिए राज्यपाल भवन पहुंचे। उनके साथ कुछ विधायक भी थे, लेकिन विधायकों की गाड़ियों को राज्यपाल भवन के गेट के बाहर ही रोक दिया गया। उन्हें पैदल ही जाना पड़ा।
विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे को पैदल जाना पड़ा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा विधायकों की राज्यपाल भवन गेट के बाहर ही रोक दिया गया। इन विधायकों में विनोद तावड़े, राज्यसभा सांसद नारायण राणे और पंकजा मुंडे भी थीं। गाड़ियों को अंदर नहीं जाने दिया गया, इसकी वजह से सभी विधायकों को पैदल ही अंदर जाना पड़ा।
देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा देने के बाद क्या कहा?
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हमसे चर्चा किए बिना वे एनसीपी और कांग्रेस से बात कर रहे थे। मातेश्वरी से बाहर बैठकें हो रही थीं। जब हमें राज्यपाल ने बुलाया तो हमारे पास नंबर नहीं थे, हमने उन्हें बताया कि हम सरकार नहीं बनाएंगे। शिवसेना ने कहा कि हमारे पास नंबर हैं, फिर बोले हमें और वक्त चाहिए। ऐसा ही एनसीपी के साथ हुआ। राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद भी वे सरकार बनाने की चर्चा करते रहे लेकिन सरकार नहीं बना रहे हैं।
हमारे पास नंबर नहीं : फडणवीस
फडणवीस ने कहा, शिवसेना के अलग होने के बाद से हमपर नंबर नहीं थे। लेकिन एनसीपी के अजित पवार ने हमें समर्थन देने की पेशकश की। इसलिए हमने सरकार बनाई। लेकिन जब अजित पवार ने आज ये बताया कि वे इस गठबंधन को आगे नहीं ले जा सकते। चूंकि भाजपा के पास अकेले नंबर नहीं थे। तो हमने भी इस्तीफा देने का फैसला किया। हम जोड़ तोड़ की राजनीति में विश्वास नहीं करते।