कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत की स्वास्थ्य सेवाएं धीरे-धीरे दुरुस्त होती जा रही हैं। इसके पीछे दुनियाभर की मदद की है। कोरोना के खिलाफ युद्ध में भारत के मित्र देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। रोज दुनियाभर से भारत को मदद पहुंच रही है। स्थानीयस्तर पर भी सरकारें, औद्योगिक घराने, भारत की तीनों सेनाएं, रेलवे और स्वयंसेवी संगठन अपनी-अपनी क्षमता के हिसाब से मदद कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि कोविड से निपटने के लिए कहां-कहां से बढ़े हैं मदद के हाथ...
नई दिल्ली। कोरोना के संक्रमण से जूझ रहे देश की मदद को मित्र देशों ने हाथ बढ़ाया है तो स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त करने में काफी मदद मिल रही है। मेडिकल इक्वीपमेंट्स से लेकर कोविड की लड़ाई में इस्तेमाल किए जाने वाली दवाइयां आदि की मदद देश में लगातार पहुंच रही है। विदेशों में रहे रहे भारतीय भी दिल खोलकर मदद भेज रहे हैं। देश में भी तमाम संस्थाएं, संगठन, रेलवे, सेना के तीनों विंग जी-जान से कोविड मरीजों की जान बचाने में लगे हुए हैं। पिछले 24 घंटे में देश में 3.10 लाख केस आए। जबकि 4075 की मौत हुई। पूरे देश में 36.13 लाख केस एक्टिव हैं।
मदद को बढ़े हाथ तो बदलने लगी तस्वीर....
ओडिशाः पिछले 24 घंटों में ओडिशा पुलिस की देखरेख में देश के 13 राज्यों के लिए 777 टैंकर्स/ऑक्सीजन कंटेनर रवाना किए गए हैं। ऑक्सीजन से भरे यह टैंकर राउरकेला, जाजपुर, धेनकनल, अंगुल जिलों से रवाना किए गए हैं। इनमें 14294.141 एमटी ऑक्सीजन भरा हुआ है।
तेलंगानाः हैदराबाद में स्पूतनिक वी वैक्सीन का दूसरा कन्साइनमेंट आज पहुंचा। स्पूतनिक वैक्सीन रूस की मदद से भारत पहुंच रहा है।
यूपीः बोकारो से चली ऑक्सीजन एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद 100 टन ऑक्सीजन लेकर पहुंच चुकी है। इस ऑक्सीजन को मुरादाबाद के अलावा बरेली के लिए भी मंगाया गया है।
दिल्लीः कोविड के डर से बेसहारा हुए बुजुर्गाें की मदद को आगे आया गुरु विश्राम वृद्ध आश्रम। सड़कों पर छोड़े गए बुजुर्गाें को आश्रम में रहने-खाने की व्यवस्था कोविड प्रोटोकाल के हिसाब से की जा रही है।
Asianet News काविनम्रअनुरोधःआईएसाथमिलकरकोरोनाकोहराएं, जिंदगीकोजिताएं...।जबभीघरसेबाहरनिकलेंमाॅस्कजरूरपहनें, हाथोंकोसैनिटाइजकरतेरहें, सोशलडिस्टेंसिंगकापालनकरें।वैक्सीनलगवाएं।हमसबमिलकरकोरोनाकेखिलाफजंगजीतेंगेऔरकोविडचेनकोतोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona
