सार

मिसाइल को एक ट्राइपॉड से लॉन्च किया गया। इसे 15 किलो से कम के लॉन्च वजन के साथ 2.5 किमी की अधिकतम रेंज के लिए डिजाइन किया गया है।

नई दिल्ली। भारत के रक्षा बेड़े में एक और ताकत जुटने जा रही। डीआरडीओ ने इंडियन आर्मी के लिए स्वदेशी और कम वजन वाली एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह आसानी से मानव द्वारा कैरी किया जा सकता है और एक ट्राइपॉड से ही लांच भी किया जा सकता।

थर्मल दृष्टि से एकीकृत मानव-पोर्टेबल लॉन्चर से मिसाइल को लॉन्च किया गया। एक डुप्लीकेट टैंक को लक्ष्य बनाया गया। डीआरडीओ ने कहा, ‘इसने लक्ष्य को सीधे हमला मोड में मारा और इसे सटीक रूप से नष्ट कर दिया। परीक्षण ने न्यूनतम सीमा को सफलतापूर्वक सत्यापित किया है।‘

सफल परीक्षण के बाद डीआरडीओ ने कहा कि परीक्षण में मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया गया। इससे पहले मिसाइल का अधिकतम रेंज तक सफल परीक्षण किया गया था।

डीआरडीओ ने कहा, ‘यह मिसाइल अत्याधुनिक स्मॉल इन्फ्रारेड इमेजिंग सीकर के साथ साथ एडवांस एवियोनिक्स से लैस है।‘ मिसाइल को एक ट्राइपॉड से लॉन्च किया गया था। इसे 15 किलो से कम के लॉन्च वजन के साथ 2.5 किमी की अधिकतम रेंज के लिए डिजाइन किया गया है।

यह परीक्षण स्वदेशी तीसरी पीढ़ी के मानव-पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल के विकास की योजना का प्रारंभ है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल परीक्षण के लिए डीआरडीओ और उद्योग जगत को बधाई दी है।

यह भी पढ़ें:

ममता बनर्जी का आरोपः मोदी सरकार ने लोकतंत्र को सर्विलांस स्टेट में बदल दिया, फोन से जासूसी करा रहा केंद्र

बंगाल हिंसा की सबसे बड़ी नेता ममता बनर्जी करा रही फोन टैपिंगः सुवेंदु अधिकारी

 Pegasus Spyware कांडः बयान देकर बुरे फंसते नजर आ रहे सुवेंदु अधिकारी, पश्चिम बंगाल में केस दर्ज

Pegasus Spyware पाकिस्तान का भारत पर आरोपः नवाज ने दोस्त मोदी की मदद से कराई थी इमरान की जासूसी

आतंकियों की रडार पर दिल्ली ! खुफिया एजेंसियों ने किया हाईअलर्ट, ‘ड्रोन जेहाद' की साजिश रच रहे आतंकी

ब्रिटेन में सरकार की निंदा वाली स्टोरीज करने पर पत्रकारों को हो सकती 14 साल की जेल!