सार

भारत कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। ऐसे में बढ़ते संक्रमण के चलते चार धाम की यात्रा को अस्थाई तौर पर टाल दिया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने लोगों से अपील की है कि वे घर पर ही रहकर पूजा करें। 

देहरादून. भारत कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। ऐसे में बढ़ते संक्रमण के चलते चार धाम की यात्रा को अस्थाई तौर पर टाल दिया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने लोगों से अपील की है कि वे घर पर ही रहकर पूजा करें। 

इससे पहले बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए। हालांकि, महामारी के चलते लोगों को चारधाम के दर्शन की इजाजत नहीं है। इसलिए मंदिरों के कपाट सादगी से कोले गए। इस दौरान सिर्फ पुरोहितों को ही पूजा अर्चना की छूट है। इससे पहले 14 मई को यमुनोत्री धाम के कपाट, 15 मई को गंगोत्री धाम के कपाट और 17 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए।

जारी रहेगी पूजा अर्चना
कोरोना के चलते किसी भी धाम में श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं है। हालांकि, इस दौरान मंदिरों में रोजाना पूजा-अर्चना चलती रहेगी। इसके अलावा सभी धामों में पूजा पाठ से जुड़े लोगों को अंदर जाने की अनुमति रहेगी। लेकिन मंदिर में 25 से ज्यादा लोगों को जाने की अनुमति नहीं है। इसके अलावा कोरोना गाइडलाइन का भी पालन करना होगा। पिछले साल की तरह इस बार भी कोरोना के चलते भक्त दर्शन नहीं कर पाएंगे। 

भारत में क्या है कोरोना की स्थिति?
देश में पिछले 24 घंटे में 2.63 नए लाख केस मिले हैं। जबकि ठीक होने का आंकड़ा 4.22 लाख है। इससे पहले 8 मई को 3.86 लाख लोग ठीक हुए थे। इसी लिहाज से देश में एक्टिव केस भी घटकर 33 लाख रह गए हैं। हालांकि मौतों पर अभी भी अंकुश नहीं लग पाया है। मौतों ने अब तक का पिछला सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया। पिछले एक दिन में 4334 लोगों की मौत हुई है। देश में अब तक 2,52,28,100 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से अब तक 2,15,90,137 लोग ठीक हो चुके हैं, लेकिन अब तक 2,78,751 लोगों की मौत भी हो चुकी है।