सार
राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के घर और फॉर्म हाउस पर छापा रेड डाली। बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई 7 करोड़ के फर्टिलाइजर स्कैम मामले में हुई।
जयपुर. राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के घर और फॉर्म हाउस पर छापा रेड डाली। बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई 150 करोड़ के फर्टिलाइजर स्कैम मामले में हुई। उधर, कस्टम विभाग ने अग्रसेन की कंपनी अनुपम कृषि पर 7 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई है।
कोरोना के चलते ईडी की टीम पीपीई किट पहन कर पहुंची। इससे पहले मंगलवार को मुख्यमंत्री गहलोत ने ईडी की कार्रवाई की आशंका जताई थी। राजस्थान में केंद्रीय जांच एजेंसियों ने पिछले 9 दिन में 5 कार्रवाई की हैं।
क्या है मामला?
अग्रसेन गहलोत की कंपनी अनुपम कृषि पर किसानों के लिए रियायती दरों में खरीदी उर्वरक को अधिक दामों पर मलेशिया और वियतनाम को बेचने का आरोप है। ईडी के मुताबिक, यह 150 करोड़ रुपए का घोटाला है।
पिछले दिनों अग्रसेन गहलोत का नाम इस घोटाले में आया था। अग्रसेन गहलोत ने 2007 से 2009 में किसानों के लिए ली गई उर्वरक को प्राइवेट कंपनियों को दिया था। उस दौरान मनमोहन सिंह सरकार और राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार थी।
कांग्रेस ने लगाए भाजपा पर गंभीर आरोप
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, विधायकों को डराने और धमकाने के लिए ईडी छापे मार रही है। भाजपा ने जनमत को चुनौती दी है। उन्होंने 20 और 21 जुलाई को कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया के घर सीबीआई भेजी थी। दिल्ली में बैठे हुक्मरानों का ये दबाव डालने का हथकंथा है। लेकिन मोदी ने देश में रेड राज पैदा किया हुआ है। इससे राजस्थान डरने वाला नहीं है। प्रदेश के 8 करोड़ लोग घबराने वाले नहीं हैं। इन धमकियों से आपने दूसरे राज्यों में किसी और को डरा लिया होगा। लेकिन राजस्थान के विधायक डरने वाले नहीं हैं।