सार
अमित शाह ने कहा कि बहुत आनंद का अवसर है कि गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में औडा के माध्यम से कुल 267 करोड़ रूपये के विकास कार्य होने जा रहे हैं।
गांधीनगर. केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को अपने लोकसभा क्षेत्र गांधीनगर में 448 करोड़ रूपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। अमित शाह ने अहमदाबाद के बोपल में 4 करोड़ रूपये की लागत से बने सिविक सेंटर और 7 करोड़ रूपये की लागत से नवनिर्मित वाचनालय के साथ ही बेजलपुर में कम्युनिटी हॉल व पार्टी प्लॉट का उद्घाटन किया।
अहमदाबाद शहरी विकास प्राधिकरण (AUDA), अहमदाबाद नगरपालिका और पश्चिम रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया। जिसमे 17 करोड़ रूपये की लागत से अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण, चांदलोडिया रेलवे स्टेशन पर 4.05 करोड़ रूपये के विकास कार्य एवं आमली रोड स्टेशन पर 2.35 करोड़ रूपये, खोडियार स्टेशन पर 1.72 करोड़ रूपये व कलोल स्टेशन पर 3.75 करोड़ रूपये की यात्री सुविधाओं का लोकार्पण शामिल है।
गृह मंत्री ने औडा (AUDA) की दो जल वितरण योजनाओं का शिलान्यास भी किया। जिसमें पहली 98 करोड़ रूपये की घुमा टीपी योजना, जिसका क्षेत्र के लगभग 35 हजार लोगों को लाभ मिलेगा और दूसरी 267 करोड़ रूपये की तेलव हेडवर्क्स जलपूर्ति परियोजना, जिससे सरदार पटेल रिंग रोड के आसपास के लगभग 45 गांव लाभांवित होंगे। इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने साणंद, बावला व दसक्रोई में लगभग 43 करोड़ रूपये के कुल 1220 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया।
अमित शाह ने कहा कि उन्हें बहुत हर्ष हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में चल रहे विकास यज्ञ का आज एक महत्वपूर्ण दिन है। उन्होने कहा कि आज बहुत आनंद का अवसर है कि गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र में औडा के माध्यम से कुल 267 करोड़ रूपये के विकास कार्य होने जा रहे हैं। औडा के माध्यम से घुमा टीपी योजना में करीब 100 करोड़ रुपये के खर्च से 35,000 से ज्यादा नागरिकों के घर में पीने का शुद्ध पानी पहुंचने की सुविधा की आज से शुरुआत हो रही है। इसकी काफी दूरदर्शिता के साथ प्लानिंग की गयी है ताकि आनेवाले 30 सालों तक आबादी में जो भी बढ़ोतरी होगी उसको पानी की कोई समस्या न हो।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देश-दुनिया की जो विकास गाथाएं हैं, जो प्रेरणा पुरुष है, उनका उन्होने काफी अध्ययन किया है। दो प्रकार के नेता होते है - एक, जो हो रहा है वह चलने दे और दूसरे अपने समय में जो सबसे अच्छा हो सके उसके लिए अथक प्रयत्नशील रहे। तीसरे नेता नरेन्द्रभाई जैसे होते हैं जो अपने जाने के बाद भी अच्छा काम होता रहे ऐसी व्यवस्था का निर्माण करते हैं।