सार

देश में  दक्षिण पश्चिम (south west monsoon) की एंट्री हो चुकी है। इसके साथ ही कई राज्यों में प्री-मानसून की गतिविधियों के चलते आंधी-बारिश का दौर चल पड़ा है। IMD ने आजकल में कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। IMD ने इस साल 103% बारिश का पूर्वानुमान लगाया है, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है। जानिए कहां कैसा रहने वाला है मौसम का मिजाज...

नई दिल्ली. देश के कई हिस्सों में  दक्षिण पश्चिम (south west monsoon) का असर दिखाई देने लगा है। कई राज्यों में प्री-मानसून की गतिविधियों के चलते आंधी के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया है। दिल्ली के अलावा तमाम राज्यों में आंधी के साथ बारिश हो रही है। इससे टेम्परेचर में गिरावट आई है। IMD ने इस साल 103% बारिश का पूर्वानुमान लगाया है, जो पिछले साल की तुलना में अधिक है। जानिए कहां कैसा रहने वाला है मौसम का मिजाज...

इन राज्यों में बारिश या भारी बारिश का अलर्ट
अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और रायलसीमा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आासार हैं। तेलंगाना और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में छिटपुट हल्की बारिश संभव है। उत्तराखंड, विदर्भ, मराठवाड़ा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा के एक या दो हिस्सों में भी हल्की बारिश हो सकती है। जबकि हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गरज के साथ छिटपुट बारिश होने के आसार हैं। (यह तस्वीर पिछले दिनों की है, जब लखनऊ में बारिश के साथ तेज हवाएं चली थीं)

मौसम में आए बदलाव की ये हैं मुख्य वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) जम्मू-कश्मीर और इससे सटे पाकिस्तान के हिस्सों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में नजर आया है। प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार, एक निम्न दबाव की रेखा पश्चिमी राजस्थान के ऊपर बने हुए चक्रवाती क्षेत्रों से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार होते हुए बांग्लादेश तक जा रही है। जबकि झारखंड और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
उत्तरी केरल और कर्नाटक तट के पास दक्षिण पूर्व अरब सागर पर एक चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 से 4.5 किमी ऊपर बना हुआ है।

बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
पिछले दिनों तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम के कुछ हिस्सों, मेघालय, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। जबकि तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, विदर्भ और दक्षिण-पूर्व राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई। हरियाणा, दिल्ली एनसीआर और उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में धूल भरी आंधी, बारिश के साथ आंधी और अलग-अलग जगहों पर ओले गिरे।

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