सार
लू के थपेड़ों और शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी के बीच चुनाव कराने से हुई जानमाल की हानि पर आयोग ने चिंता जताते हुए 2029 में होने वाले आम चुनाव के लिए प्लान तैयार किया है।
EC big decision for upcoming elections: देश भर में इस साल हुए लोकसभा चुनाव में पोलिंग पार्टियों से लेकर आम मतदाता तक को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। लू के थपेड़ों और शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी के बीच चुनाव कराने से हुई जानमाल की हानि पर आयोग ने चिंता जताते हुए 2029 में होने वाले आम चुनाव के लिए प्लान तैयार किया है। आयोग ने कहा कि वह 2029 का चुनाव अप्रैल के आखिर तक खत्म कर देगा। आयोग ने कहा कि इस बार आम चुनाव प्रचंड गर्मी के प्रकोप के बीच हुआ है जिससे काफी दिक्कतें सबको हुई है। लोकसभा चुनाव की वोटिंग सात चरणों में 19 अप्रैल से 1 जून के बीच कराई गई है।
हमने बदलते मौसम से लिया है सबक
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि अगली बार लोकसभा चुनाव 2029 में जब कराया जाएगा तो इसे समस ये कराया जाएगा। उस समय अप्रैल के आखिर तक वोटिंग संपन्न करा दी जाएगी। राजीव कुमार ने कहा कि हमने मौसम से इस बार सबक लिया है। इस बार प्रचंड गर्मी की वजह से वोटिंग परसेंटेज में गिरावट आई है। यूपी-बिहार सहित कई राज्यों में मतदान कर्मचारियों की तीव्र गर्मी की वजह से हुई दिक्कतों से मौत हो गई, दर्जनों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
वोटर्स ने बनाया विश्व रिकॉर्ड
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 में विश्व रिकॉर्ड बना है। इस चुनाव में 31.2 करोड़ महिलाओं समेत 64.2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वोट डाले हैं। यह डेटा, सभी जी7 देशों के वोटर्स का 1.5 गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का 2.5 गुना है। मुख्य चुनाव आयोग ने बताया कि 2024 के आम चुनाव में 312 मिलियन महिला मतदाताओं ने अपना वोट डाला, जो 27 यूरोपीय संघ देशों की महिला मतदाताओं की संख्या का 1.25 गुना है। चार दशकों में सबसे अधिक वोटिंग करने का रिकॉर्ड जम्मू-कश्मीर ने भी बनाया है।
हम कहीं नहीं गायब थे, यहीं थे...
चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर हुई चुनाव आयोग की फजीहत और तीनों आयुक्तों को लापता जेंटलमेन करार देने वाले मीम्स पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग गायब नहीं हुआ था। हम कहीं नहीं गए थे। हम हमेशा से यहीं थे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हम बड़ी चुनौतियों के बीच चुनाव करा रहे थे। 68,000 से अधिक निगरानी दल और 1.5 करोड़ मतदान और सुरक्षा कर्मी चुनाव में शामिल हुए थे। इस बार लगभग चार लाख वाहनों, 135 विशेष ट्रेनों और 1,692 फ्लाइट्स का इस्तेमाल चुनाव कराने के लिए किया गया। 2024 के चुनावों के दौरान नकदी, मुफ्त, ड्रग्स और शराब सहित 10,000 करोड़ रुपये की जब्ती की गई जबकि 2019 में यह 3,500 करोड़ रुपये थी।
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