सार
26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत के बाद काम के माहौल पर सवाल उठ रहे हैं। उनकी मां का आरोप है कि काम के तनाव के कारण उनकी बेटी की जान गई, जिसके बाद केंद्र सरकार ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
नई दिल्ली। 26 साल की चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल (Anna Sebastian Perayil) की मौत ने देश में काम करने के माहौल को लेकर नई बहस छेड़ दी है। वह अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया (Ernst & Young India) कंपनी में काम कर रहीं थीं। उनकी मां ने कहा है कि मेरी बेटी की मौत काम के तनाव के कारण हुई है। केंद्र सरकार इस मामले की जांच करा रही है।
केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने कहा है कि हमने शिकायत पर गौर किया है। पेरायिल की मौत किस वजह से हुई इसकी जांच चल रही है। केंद्रीय श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने X पर पोस्ट किया, "अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत से बहुत दुखी हूं। काम करने के माहौल के असुरक्षित और शोषणकारी होने के आरोप लगे हैं। इन आरोपों की गहन जांच चल रही है। हम न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर ने की थी जांच की मांग
मंत्री ने भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर द्वारा एक्स पर किए गए एक पोस्ट के जवाब में ये बातें कहीं। राजीव चंद्रशेखर ने अन्ना की मौत को दुखद और परेशान करने वाला बताया है। उन्होंने अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया में शोषण करने वाले काम के माहौल के आरोपों की जांच की मांग की। भाजपा नेता ने पोस्ट किया, "यह बहुत दुखद, लेकिन कई स्तरों पर परेशान करने वाला है। मैं भारत सरकार, मनसुख मंडाविया और शोभा करंदलाजे से निवेदन करता हूं कि अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मां द्वारा लगाए गए असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण के आरोपों की जांच की जाए।"
अन्ना की मां अनीता ऑगस्टीन ने अर्नस्ट एंड यंग इंडिया के चेयरमैन को लिखा पत्र
अन्ना की मां अनीता ऑगस्टीन ने अर्नस्ट एंड यंग इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि उनकी बेटी की कंपनी में शामिल होने के चार महीने बाद ही मौत हो गई। उन्होंने कंपनी के नेतृत्व से ऐसे वर्क कल्चर को बदलने की अपील की जो "अधिक काम को महिमामंडित करती है और भूमिका के पीछे के इंसान की उपेक्षा करती है"।
अनीता ऑगस्टीन ने लिखा, "मैं वह दुखी मां हूं जिसने अपनी प्यारी बच्ची अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल को खो दिया है। मेरा दिल भारी है। आत्मा टूट गई है, लेकिन मेरा मानना है कि हमारी कहानी शेयर करना जरूरी है ताकि किसी अन्य परिवार को वह पीड़ा न सहनी पड़े, जिससे हम गुजर रहे हैं।"
उन्होंने लिखा, "अन्ना बेहतरीन छात्रा थी। EY में उसकी पहली नौकरी थी। वह ऐसी प्रतिष्ठित कंपनी का हिस्सा बनकर रोमांचित थी। चार महीने बाद ही 20 जुलाई 2024 को मुझे खबर मिली कि अन्ना नहीं रही। वह सिर्फ 26 साल की थी। 6 जुलाई को मैं और मेरे पति अन्ना के सीए दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए पुणे पहुंचे। वह पिछले एक सप्ताह से देर रात (लगभग 1 बजे) अपने पीजी में पहुंचने पर सीने में जकड़न की शिकायत कर रही थी। हम उसे पुणे के अस्पताल ले गए।"
उन्होंने बताया, "मेरी बेटी का ECG सामान्य था। हृदय रोग विशेषज्ञ ने बताया कि वह पर्याप्त नींद नहीं ले रही थी। बहुत देर से खाना खा रही थी। वह डॉक्टर को दिखाने के बाद काम पर जाने पर जोर देती रही। उसने कहा कि बहुत काम है। छुट्टी नहीं मिलेगी। अन्ना देर रात तक काम करती थी। यहां तक कि सप्ताहांत पर भी। उसे सांस लेने का भी मौका नहीं मिलता था। एक बार उसके असिस्टेंट मैनेजर ने उसे रात में एक काम के लिए बुलाया जिसे अगली सुबह तक पूरा करना था। उसे आराम करने का समय नहीं मिलता था। कंपनी के अधिकारियों को जब उसने अपनी चिंताएं बताईं तो जवाब मिला, "तुम रात में काम कर सकती हो, हम सब यही करते हैं।"
मृतक की मां ने पत्र में लिखा, "अन्ना अपने कमरे में बहुत थकी हुई लौटती थी। कभी-कभी तो बिना कपड़े बदले ही बिस्तर पर गिर जाती थी। फिर उसे और रिपोर्ट मांगने वाले मैसेज मिलते थे। वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही थी। समय-सीमा में काम पूरा करने के लिए बहुत मेहनत कर रही थी। हमने उसे नौकरी छोड़ने के लिए कहा, लेकिन वह सीखना चाहती थी। अत्यधिक दबाव उसके लिए बहुत ज्यादा साबित हुआ।"
अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया ने क्या कहा?
अर्नस्ट एंड यंग इंडिया ने बयान जारी किया है। इसमें कंपनी ने कहा है कि वह अन्ना की मौत से बहुत दुखी है। वह पुणे में EY ग्लोबल की सदस्य फर्म S R Batliboi में ऑडिट टीम का हिस्सा थीं और चार महीने के लिए काम पर रखी गई थी। 18 मार्च 2024 को फर्म में शामिल हुईं थी।
कंपनी ने कहा, "हम परिवार के पत्र को गंभीरता से ले रहे हैं। हम सभी कर्मचारियों के कल्याण को सबसे अधिक महत्व देते हैं। भारत में EY सदस्य फर्मों में अपने 1 लाख लोगों के लिए बेहतर कार्यस्थल उपलब्ध कराने और उन्हें बेहतर बनाने के तरीके ढूंढते रहेंगे।"
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