सार
जम्मू कश्मीर की राजनीति में अब बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की सरकार में मंत्री रहे अल्ताफ बुखारी ने रविवार को नई पार्टी का ऐलान किया। उन्होंने पार्टी का नाम 'जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी' रखा। इस पार्टी में कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के करीब 40 नेता शामिल हुए।
श्रीनगर. जम्मू कश्मीर की राजनीति में अब बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की सरकार में मंत्री रहे अल्ताफ बुखारी ने रविवार को नई पार्टी का ऐलान किया। उन्होंने पार्टी का नाम 'जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी' रखा। इस पार्टी में कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के करीब 40 नेता शामिल हुए।
अल्ताफ बुखारी का दावा है कि उनकी यह पार्टी जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद से अनिश्चितता झेल रहे लोगों के लिए राहत लाएगी। अल्ताफ की इस पार्टी को कश्मीर में नए फ्रंट के तौर पर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यह पार्टी राज्य के लोगों को मुफ्ती और अब्दुल्ला परिवार के सामने एक नया विकल्प देगी।
जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद यह पहली राजनीतिक गतिविधि
जम्मू कश्मीर में 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटने के बाद यह पहली राजनीतिक गतिविधि है। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाला आर्टिकल 370 वापस लिया था। साथ ही दोनों सदनों से जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्यों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने का प्रस्ताव भी पास हुआ था।
उद्योगपति से राजनेता बने बुखारी कहते हैं, हां मैं एक्सीडेंटली राजनीति में आया, लेकिन मेरा राजनीतिक विचार अलग है। मैं मानता हूं कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां आप अपनी क्षमता के अनुसार लोगों की सेवा कर सकते हैं। बुखारी पीडीपी से उस वक्त ही अलग हो गए थे, जब भाजपा ने पीडीपी सरकार से समर्थन वापस लिया था।
पार्टी में ये नेता हुए शामिल
गुलाम हसन मीर (डेमोक्रेटिक पार्टी), पीडीपी के पूर्व विधायक दिलावर मीर, नूर मोहम्मद शेख, अशरफ मीर और पूर्व कांग्रेस विधायक फारूक अंद्राबी, इरफान नकी, पीडीपी के पूर्व विधायक राजा मंजूर खान, जावेद बेग, अब्दुल मजीद पेडर, अब्दुल रहीम रैदर, कमर हसन, शौकत गयूर आदि नेता शामिल हुए।