सार
कोरोना वायरस के बढ़ते असर के बीच केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के उत्पाद शुल्क में तीन रुपए की बढ़ोत्तरी की है। वहीं, दुनिया भर में कच्चे तेल की कीमत में कमी हो रही है। हालांकि उत्पाद शुल्क बढ़ने का असर आम लोगों पर पड़ेगा या नहीं यह कंपनियों के ऊपर निर्भर करता है। यदि वह पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ाती है तो आम लोगों को झटका लग सकता है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस का कहर आम लोगों पर तो जारी है ही इसका असर अब दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी तगड़ा होता जा रहा है। कोरोना के आतंक के कारण दुनियाभर के कारोबार को झटका लगा है। कोरोना के असर के चलते दुनिया में तेल को लेकर प्राइज वॉर भी देखने को मिल रहा है। इन सब के बीच भारत में पेट्रोल-डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी गई है।
कच्चे तेल के दामों में आई गिरावट
दुनिया में तेल पर छिड़े प्राइज वॉर के बीच कच्चे तेल के दाम में कमी आई है। जिसके कारण पेट्रोल-डीजल के दाम में मामूली गिरावट हर दिन देखने को मिल रही हैं। इन सब के बीच एक्साइज ड्यूटी तीन रुपये बढ़ा दी गई है।
पेट्रोल-डीजल होगा महंगा
सरकार ने शनिवार को पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद शुल्क) में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है। वहीं, 1 रुपये प्रति लीटर रोड और इंफ्रा सेस लगाने का ऐलान किया है। सरकार ने अधिसूचना जारी करके यह जानकारी दी है। इस फैसले के बाद देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम 3 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ जाएंगे।
क्यों लिया ये फैसला
जामकारों की माने तो इस फैसले से अर्थव्यवस्था में आई कमजोरी से जूझ रही सरकार को अतिरिक्त धन जुटाने में मदद मिलेगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से सरकार के लिए यह फैसला करना संभव हुआ है। हालांकि, यह देखना होगा कि हाल ही में तेल की कीमतों में मामूली कटौती कर रहीं तेल कंपनियां इस बढ़ोत्तरी का बोझ ग्राहकों पर डालेंगी या नहीं।
14 मार्च की कीमत
एक्साइज ड्यूटी बढ़ाए जाने के बाद भी ग्राहकों के लिए कीमतें थोड़ी कम हुई हैं। पेट्रोल की कीमतें 13 मार्च को दिल्ली में 70, कोलकाता में 72.70, मुंबई में 75.70, चेन्नई में 72.71 रुपये प्रति लीटर थीं। वहीं 14 मार्च को कीमत दिल्ली में 69.87, कोलकाता में 72.57, मुंबई में 75.57 और चेन्नई में 72.57 रुपये हो गई है।