सार
दुनियाभर में कोरोना महामारी के कारण स्थिति कुछ ज्यादा ठीक नहीं है। लेकिन, भारत ने समय से ही कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन का फैसला ले लिया था, जिसके कारण इस महामारी का प्रभाव थोड़ा कम देखने के लिए मिला।
नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना महामारी के कारण स्थिति कुछ ज्यादा ठीक नहीं है। लेकिन, भारत ने समय से ही कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन का फैसला ले लिया था, जिसके कारण इस महामारी का प्रभाव थोड़ा कम देखने के लिए मिला। अब भारत की स्थिति को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 से निपटने में सही विकल्पों का चुनाव किया है और वर्तमान परिस्थितियों में इंडिया की हालत किसी भी अन्य देश से बेहतर स्थिति में है।
देश ने क्षमता के अनुसार चुने सही विकल्प: विदेश मंत्री
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि भारत ने कोविड-19 से निपटने में सही विकल्पों का चुनाव किया और वर्तमान परिस्थितियों में देश किसी भी अन्य देश से बेहतर स्थिति में है। जयशंकर, कोविड-19 पर गठित किए गए मंत्रियों के समूह में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जब इस बीमारी ने वैश्विक महामारी का रूप लेना शुरू किया तब हर देश के पास अपनी क्षमता के अनुसार विकल्प चुनने की चुनौती थी।
ग्लोबल वीक 2020 को किया संबोधित
वीडियो लिंक के जरिए इंडिया ग्लोबल वीक 2020 को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि दक्षिण कोरिया जैसे देशों के पास जांच करने की बेहतर क्षमता थी और जर्मनी जैसे देशों के पास अच्छे आईसीयू की व्यवस्था थी। उन्होंने कहा कि 'भारत के मामले में, अपनी क्षमता और सीमाओं की पहचान कर देश ने सामाजिक दूरी पर भरोसा करने के विकल्प का चुनाव किया। इसलिए भारत में बहुत पहले ही लॉकडाउन लागू किया गया। सरकार ने बहुत पहले ही यात्राओं पर पाबंदी लगाई और उसके परिणामस्वरूप तीन महीने… बाद हां, आज महामारी के मामले ज्यादा हैं लेकिन जनसंख्या के हिसाब से कम हैं।'
भारत कोविड-19 के मामले में तीसरे पायदान पर है: विदेश मंत्री
जयशंकर ने कहा कि यह दिलचस्प बात है कि भारत विश्व में कोविड-19 के मामलों में तीसरे पायदान पर है, लेकिन महामारी से होने वाली मौतों के मामले में आठवें पायदान पर है। उन्होंने कहा कि भारत में 61 प्रतिशत की दर से लोग ठीक हो रहे हैं और पहले उठाए गए कदमों के कारण जो समय मिला है उससे वायरस के फैलने की गति न केवल धीमी हुई है बल्कि स्वास्थ्य संबंधी तैयारियां करने के लिए हमें समय मिला है।' भविष्य की रणनीति पर जयशंकर ने कहा कि भारत विश्व में टीके का सर्वाधिक उत्पादन करने वाला देश है और एक बार कोविड-19 का टीका खोज लिए जाने के बाद उसे वैश्विक स्तर पर उपलब्ध कराने में देश की अहम भूमिका होगी।