सार

लोकसभा में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों और नफरती बयानों की वजह से दुनिया के अन्य देश हमारे यहां नहीं आ रहे हैं। हमें गणतंत्र दिवस के लिए विदेशी मेहमान नहीं मिल रहा।

नई दिल्ली। मोदी सरकार (Modi Government) और उसकी नीतियों पर निशाना साधते साधते कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) खुद ही अपने बयानों को लेकर फंसते जा रहे हैं। संसद में ज्यूडिशियरी (Judiciary) को लेकर बयान के अलावा गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर विदेशी मेहमानों के न आने पर की गई टिप्पणी पर भी सरकार ने आड़े हाथों लिया है। विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने राहुल गांधी पर तंज कसा कि भारत में रहने वाला हर कोई जानता है कि हम कोरोना लहर के बीच में फंसे थे लेकिन शायद उनको याद नहीं। 

क्या ट्वीट किया विदेश मंत्री ने?

केंद्रीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी ने लोकसभा में यह कहा कि गणतंत्र दिवस पर हमें विदेशी मेहमान नहीं मिल रहे हैं लेकिन भारत में रहने वाले जानते हैं कि हम एक कोरोना लहर के बीच में थे। मध्य एशियाई देशों के पांच राष्ट्रपति, जो आने वाले थे, ने 27 जनवरी को एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन किया। क्या राहुल गांधी ने इसे याद किया?

क्या कहा लोकसभा में राहुल गांधी ने? 

दरअसल, लोकसभा में अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों और नफरती बयानों की वजह से दुनिया के अन्य देश हमारे यहां नहीं आ रहे हैं। हमें गणतंत्र दिवस के लिए विदेशी मेहमान नहीं मिल रहा।

मोदी सरकार को कोसते कोसते खुद फंस गए राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul gandhi) बुधवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार (Modi government) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज दो हिंदुस्‍तान बन गए हैं। गरीबों का हिंदुस्‍तान और अमीरों का हिंदुस्‍तान। अभिभाषण में बेरोजगारी और युवाओं का कोई जिक्र नहीं था। राहुल ने मोदी सरकार पर आम आदमी की आवाज को दबाने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने न्यायपालिका और चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा। राहुल ने कहा कि न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस लोगों की आवाज को नष्ट करने के लिए मोदी सरकार का साधन हैं।

राहुल ने कहा कि एक व्यक्ति का (नाम नहीं लूंगा) देश के सभी पोर्ट्स, एयरपोर्ट, पावर ट्रांसमिशन, माइनिंग, ग्रीन एनर्जी, गैस वितरण, एडिबल ऑयल... जो भी हिंदुस्तान में होता है, वहां अडानी जी दिखाई देते हैं। दूसरी साइड अंबानी जी - पेट्रोकेमिकल्स, टेलीकॉम, रीटेल, ईकॉमर्स में मोनोपॉली है। पूरा धन चुनिंदा लोगों के हाथ में जा रहा है। आपने असंगठित क्षेत्र को खत्म कर दिया। सारे छोटे-बड़े कारोबार बंद कर दिए। आप उनकी मदद करते तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तैयार हो सकता था। आज देश में मेड इन इंडिया हो ही नहीं सकता। पिछले पांच साल में मैन्यूफैक्चरिंग जॉब 46 फीसदी कम हुए हैं। मुझे बड़ी इंडस्ट्री से समस्या नहीं है, लेकिन सोचिए कि वे आपके लिए नौकरियां नहीं पैदा कर सकते हैं। स्मॉल मीडियम इंडस्ट्री ही नौकरियां पैदा कर सकते हैं। राहुल ने कहा कि हमने 27 करोड़ लोगों को करीबी से निकाला। वहीं, मोदी सरकार ने वापस 23 करोड़ को गरीबी में डाल दिया।

84% लोगों की आमदनी घटी, वे गरीब हो रहे 

राहुल ने कहा कि छोटे और मध्यम उद्योगों में पैदा होते हैं। लाखों करोड़ रुपया आपने उनसे छीनकर देश के सबसे बड़े अरबपतियों को दिलवा दिया। आपने पिछले सात साल में अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर और स्मॉल व मीडियम इंडस्ट्री पर एक के बाद एक आक्रमण किया है। असंगठित क्षेत्र पर आपने नोटबंदी, गलत जीएसटी और कोरोना के समय जो सपोर्ट देना था आपने नहीं दिया। आज 84 फीसदी देश के लोगों की आमदनी घटी है और वे तेजी से गरीबी की तरफ बढ़ रहे हैं। यूपीए की सरकार ने 27 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था। 10 साल में आपने 23 करोड़ लोगों को गरीबी में धकेल दिया।

3 करोड़ युवाओं ने रोजगार गंवाया 

राहुल ने कहा कि पूरे हिंदुस्तान का युवा रोजगार ढूंढ रहा है। हर स्टेट में यूपी, बिहार.... हर राज्य में युवा यही मांग रहा है कि रोजगार मुझे दो। आपकी सरकार नहीं दे पा रही है। पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया है। आप रोजगार देने की बात करते हैं और 2021 में 3 करोड़ लोगों की नौकरी चली गई। 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं था। 

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