सार

 मशहूर कलाकार और वास्तुकार सतीश गुजराल का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे। कला जगत से ताल्लुक रखने वाले रंजीत होसकोटे ने शुक्रवार को बताया कि गुजराल का बृहस्पतिवार देर रात यहां निधन हो गया

नई दिल्ली: मशहूर कलाकार और वास्तुकार सतीश गुजराल का निधन हो गया है। वह 94 वर्ष के थे। कला जगत से ताल्लुक रखने वाले रंजीत होसकोटे ने शुक्रवार को बताया कि गुजराल का बृहस्पतिवार देर रात यहां निधन हो गया।

उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘वह पिछले कुछ वक्त से अस्वस्थ थे।’’ पद्म विभूषण से सम्मानित गुजराल वास्तुकार, चित्रकार, भित्तिचित्र कलाकार और ग्राफिक कलाकार थे। उनके प्रमुख कामों में दिल्ली उच्च न्यायालय के बाहर की दीवार पर अल्फाबेट भित्तिचित्र शामिल हैं। उन्होंने दिल्ली में बेल्जियम दूतावास को भी डिजाइन किया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया शोक

गुजराल की कलाकृतियों में उनके शुरुआती जीवन के उतार-चढ़ाव की झलक देखने को मिलती है जिनमें बचपन में उनके सुनने क्षमता को बाधित करने वाली बीमारी और देश का विभाजन शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर कलाकार एवं वास्तुकार सतीश गुजराल के निधन पर शुक्रवार को शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता ने उन्हें प्रतिकूल परिस्थितयों से उबरने में मदद की।

मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि सतीश गुजराल बहुमुखी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। वे अपनी रचनात्मकता और दृढ़ प्रतिबद्धता के कारण सम्मान पाते थे, जिसने उन्हें प्रतिकूल परिस्थितयों से उबरने में मदद दी। उन्होंने कहा कि गुजराल की बौद्धिक जिज्ञासा उन्हें काफी आगे ले गई। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ उनके निधन से दुखी हूं। ओम शांति।’’ गौरतलब है कि गुजराल का गुरुवार को यहां निधन हो गया था। वह 94 वर्ष के थे।

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने जताया शोक

उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने मशहूर चित्रकार और लेखक सतीश गुजराल के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि उनके निधन से भारतीय कला जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है। गुजराल का बृहस्पतिवार को निधन हो गया था। वह 94 वर्ष के थे। नायडू ने ट्वीट कर कहा, “सुप्रसिद्ध कलाकार सतीश गुजराल जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं और ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।”

उन्होंने कहा, “ईश्वर उनके परिजनों और उनकी कृतियों के असंख्य प्रशंसकों को धैर्य और सांत्वना दें। सतीश गुजराल जी का निधन भारतीय कला जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है।”

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)