सार

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने कोंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस पर ट्रैक्टर मार्च निकाला। आठ जनवरी को किसानों की सरकार के साथ 9वें दौर की बातचीत होनी है, लेकिन इससे पहले आज किसान बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का दावा है कि ट्रैक्टर मार्च में 60 हजार ट्रैक्टर शामिल हैं। यह मार्च सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी से शाहजहांपुर, गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर तक निकाला जा रहा है।

नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने कोंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस पर ट्रैक्टर मार्च निकाला। आठ जनवरी को किसानों की सरकार के साथ 9वें दौर की बातचीत होनी है, लेकिन इससे पहले आज किसान बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का दावा है कि ट्रैक्टर मार्च में 60 हजार ट्रैक्टर शामिल हैं। यह मार्च सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी से शाहजहांपुर, गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर तक निकाला गया। 

15 किलोमीटर लंबी लाइन लगी
किसान आंदोलन के दौरान सैकड़ों ट्रैक्टर के साथ हजारों किसानों ने मार्च निकाला। ट्रैक्टर मार्च के कारण 15 किलोमीटर लंबी लाइन लग गई।

"मई 2024 तक आंदोलन को तैयार"
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, हम सरकार को चेतावनी देने के लिए रैली निकाली है। 26 जनवरी को हम ट्रैक्टर की परेड निकालेंगे। हम मई 2024 तक आंदोलन के लिए तैयार हैं।

बुराड़ी में सुरक्षा बढ़ी, पुलिस ने कहा- हम बात कर रहें
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली निकाली। वहीं बुराड़ी में किसानों के ट्रैक्टर मार्च को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उत्तर-पश्चिम के डीसीपी ने बताया, हमारी टीम तैनात है ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे। हम किसान संगठनों से भी बात कर रहे हैं कि अब तक जैसे उन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया वैसे आगे भी करते रहें। 

ट्रैक्टर मार्च की वीडियो रिकॉर्डिंग कर रही पुलिस
गाजियाबाद के एडीएम शैलेद्र कुमार सिंह ने कहा कि किसानों के मार्च को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। वहीं मार्च की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है।

26 जनवरी को बड़ा ट्रैक्टर मार्च निकालने की तैयारी
किसानों ने कहा कि 26 जनवरी को जो ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा, यह उसकी तैयारी है। बता दें कि किसानों ने ऐलान किया था कि वे 26 जनवरी को लाल किले तक ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गांव से 10 महिलाओं को 26 जनवरी के लिए दिल्ली बुलाया है। 

हरियाणा में 250 महिलाएं ट्रैक्टर चलाना सीख रही हैं
26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च में शामिल होने के लए हरियाणा की करीब 250 महिलाएं टैक्टर चलाने की ट्रैनिंक ले रही हैं। इन्हीं की अगुआई में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।

8वें दौर की बातचीत में किसने क्या कहा?

  • कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, चर्चा का माहौल अच्छा था परन्तु किसान नेताओं के कृषि क़ानूनों की वापसी पर अड़े रहने के कारण कोई रास्ता नहीं बन पाया। 8 तारीख को अगली बैठक होगी। किसानों का भरोसा सरकार पर है इसलिए अगली बैठक तय हुई है।
  • किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, हमने बताया कि पहले कृषि कानूनों को वापिस किया जाए। MSP पर बात बाद में करेंगे। 8 तारीख तक का समय सरकार ने मांगा है। उन्होंने कहा कि 8 तारीख को हम सोचकर आएंगे कि ये कानून वापिस हम कैसे कर सकते हैं, इसकी प्रक्रिया क्या हो। हमने बता दिया है कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं होगी।
  • एमएसपी पर कानून बनाने की मांग पर सरकार ने कहा कि एक संयुक्त कमेटी बना देते हैं वो तय करे कि इन तीनों कानूनों में क्या-क्या संशोधन किए जाने चाहिए। लेकिन किसान संगठनों ने इसे खारिज कर दिया।

30 दिसंबर की मीटिंग में 2 मुद्दों पर बनी थी सहमति

  • पराली जलाने पर केस दर्ज नहीं होंगे। अभी 1 करोड़ रुपए जुर्माना और 5 साल की कैद का प्रावधान है। सरकार ने इसे हटाने पर हामी भर दी है।
  • बिजली अधिनियम में बदलाव नहीं किया जाएगा। किसानों का आशंका है कि इस कानून से बिजली सब्सिडी बंद हो जाएगी। अब यह कानून नहीं बनेगा। 

वो 2 मुद्दे, जिसपर बात बनना बाकी है

  • किसान तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं
  • किसानों की मांग है कि एमएसपी पर अलग से कानून बने। ताकि उन्हें सही दाम मिल सके।