Aadhar Card Update: सरकार ने आधार कार्ड बनवाने के नियमों में कई बड़े बदलाव किए हैं। 18 साल के ऊपर के लोगों के लिए आधार बनवाना अब आसान नहीं होगा। आइए जानते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या है और सरकार ने ये सख्त कदम क्यों उठाया?

Aadhar Card Update: सरकार ने आधार कार्ड बनवाने के नियमों को अब पहले से ज्यादा सख्त कर दिया है। 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए अब आधार बनवाना आसान नहीं होगा। नए नियमों के मुताबिक, पहले आपको साबित करना होगा कि आप भारत देश के नागरिक हैं। ऐसा करने के लिए आपको सबसे पहले जरूरी दस्तावेज दिखाने होंगे।

10वीं की मार्कशीट जैसे दस्तावेज देना जरूरी

UIDAI ने बताया है कि अब आधार बनवाने के लिए जन्म प्रमाण पत्र या 10वीं की मार्कशीट जैसे दस्तावेज देना जरूरी होगा। पहले आधार को सिर्फ पहचान का प्रमाण माना जाता था इसलिए बिना किसी जांच पड़ताल के इसे आसानी से बन जाता था। लेकिन अब इसे लेकर सरकार ने नियम सख्त कर दिए गए हैं। सरकार ने यह सख्त कदम इसलिए उठाया है ताकि अवैध प्रवासियों को आधार कार्ड बनवाने से रोका जा सके और फर्जी तरीके से आधार बनाकर किए जा रहे गलत इस्तेमाल पर लगाम लगाई जा सके।

आधार अधिनियम की धारा-9 में साफ कहा गया है कि आधार नागरिकता या निवास का प्रमाण नहीं है, यह केवल एक पहचान के तौर पर दिया जाने वाला यूनिक नंबर है। बता दें कि पिछले 15 सालों में 140 करोड़ से ज्यादा आधार बनाए जा चुके हैं, जिनमें कई मृत लोगों के आधार भी शामिल हैं। अब नवजात बच्चों को भी जन्म के तुरंत बाद आधार दिया जा रहा है।

यह भी पढ़ें: राहुल गांधी की रैली के दौरान परिवहन हड़ताल का साया! खास अपील करती दिखी कांग्रेस

आधार का यूज करके कैसे करते हैं फर्जीवाड़ा?

  • कुछ लोग आधार कार्ड की नकल बनाकर उसमें नाम,पता और पहचान बदलकर फर्जी पहचान बना लेते हैं। अक्सर घुसपैठिए या अपराधी करते हैं ताकि वह आसानी से सरकारी योजनाओं का फायदा उठा सकें। इसके अलावा वह इसे और भी कई गलत कामों के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोग आधार से जुड़े मोबाइल नंबरों को गलत तरीके से बदल देते हैं। इससे बीमा जैसी बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी करना आसान हो जाता है।
  • आधार अपडेट सेंटरों पर काम करने वाले ऑपरेटरों से कुछ लोग रिश्वत देकर उनसे आईडी और पासवर्ड ले लेते हैं। इसके बाद वे आधार में नाम, उम्र या मृत्यु का रिकॉर्ड जैसे जरूरी बदलाव फर्जी तरीके से करवा लेते हैं।
  • अगर आधार से जुड़ा डेटा गलत लोगों के हाथ लग जाए तो आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। डेटा लीक होने पर, तो इसका इस्तेमाल फर्जी बैंक खातों या लेन-देन में किया जा सकता है। इसका गलत इस्तेमाल काफी खतरनाक साबित हो सकता है।