सार

पोंडा के पूर्व विधायक सितंबर के अंतिम सप्ताह में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। टीएमसी ने फरवरी 2022 में होने वाले गोवा विधानसभा चुनावों में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

पणजी। गोवा (Goa) में दूसरे दलों के नेताओं को लगातार पार्टी में शामिल करा रही तृणमूल कांग्रेस (Trinmool Congress) को एक झटका लगा है। कुछ दिनों पहले ही तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हुए गोवा के एक पूर्व विधायक ने पार्टी पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है। टीएमसी छोड़ने का ऐलान करने वाले पूर्व विधायक लवू मामलेदार (Lavoo Mamledar) ने कहा कि टीएमसी राज्य विधानसभा चुनाव से पहले वोटों के लिए हिंदुओं और ईसाइयों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश कर रही है। 

सितंबर में शामिल हुए थे टीएमसी में

पोंडा के पूर्व विधायक सितंबर के अंतिम सप्ताह में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह टीएमसी में शामिल होने वाले राज्य के पहले कुछ स्थानीय नेताओं में से थे। टीएमसी ने फरवरी 2022 में होने वाले गोवा विधानसभा चुनावों में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

यह गोवा में बांटने की कोशिश कर रही

लवू मामलेदार ने कहा कि मैं टीएमसी में शामिल हुआ था क्योंकि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी के प्रदर्शन (इस साल की शुरुआत में हुए विधानसभा चुनाव) से पूरी तरह प्रभावित था। उन्होंने आरोप लगाया कि मैं इस धारणा में था कि टीएमसी एक बहुत ही धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। लेकिन पिछले 15-20 दिनों में मैंने जो कुछ भी देखा है, उससे मुझे पता चला है कि यह भाजपा से भी बदतर है।

उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस हिंदू और ईसाई वोटों को बांटने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि उनके चुनाव पूर्व गठबंधन के हिस्से के रूप में, वे चाहते हैं कि ईसाई वोट टीएमसी और हिंदू वोट एमजीपी को जाएं। टीएमसी एक सांप्रदायिक पार्टी है, जो धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।
टीएमसी ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया है, जिससे श्री मामलेदार 2012 और 2017 के बीच विधायक थे।

टीएमसी के घोषणाओं पर उठाए सवाल

लवू मामलेदार ने पार्टी पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाने के साथ ही चुनाव घोषणाओं पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस चुनाव के बाद सत्ता में आने पर राज्य में महिलाओं के लिए एक कल्याणकारी योजना शुरू करने के नाम पर लोगों का डेटा एकत्र कर रही है। उन्होंने टीएमसी पर अपनी गृह लक्ष्मी योजना के नाम पर लोगों का डेटा एकत्र करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमने पाया है कि पश्चिम बंगाल में शुरू की गई लक्ष्मी भंडार योजना के तहत, केवल 500 रुपये दिए जाते हैं, जबकि यहां वे गृह लक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं को रुपये 5,000 का वादा कर रहे हैं, जो असंभव है। योजना का वादा पूरी तरह से है गोवा से डेटा एकत्र करने का है।

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