सार
महाराष्ट्र में शिवसेना में बगावत का बवंडर अभी खत्म हुआ तो गोवा में कांग्रेसी विधायक बगावत कर दिए हैं। महाराष्ट्र में विपक्ष से सत्ता तक का सफर तय कर चुकी बीजेपी पर आरोप है कि अब गोवा में विपक्षी कांग्रेस में बगावत को शह देकर मुख्य विपक्षी दल का ओहदा भी खत्म करना चाह रही है।
पणजी। महाराष्ट्र में शिवसेना बागियों का बीजेपी के सहयोग से सरकार बनाने के बाद अब गोवा के कांग्रेसी बागियों को बीजेपी से उम्मीद दिख रही है। गोवा कांग्रेस विधायक बगावत की राह पर हैं। सूत्रों के अनुसार सात कांग्रेसी विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। ये सातों विधायक कांग्रेस की मीटिंग से भी लापता रहे। हालांकि, अभी कोई भी खुलकर बात करने से परहेज कर रहा है। कांग्रेस ने विधानसभा के दो सप्ताह के बजट सत्र से पहले पार्टी के भीतर किसी भी तरह की दरार से इनकार किया है।
कांग्रेस का आरोप बीजेपी अफवाह फैला रही
गोवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित पाटकर ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा इस तरह की अफवाहें फैला रही है।
दिगंबर कामत के नाराज होने की सूचना
सूत्रों के अनुसार,इस साल की शुरुआत में हुए चुनावों में दिगंबर कामत पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे लेकिन शनिवार को विधायकों की बैठक में शामिल नहीं हुए। श्री कामत कथित तौर पर इस बात से नाराज़ हैं कि पार्टी के माइकल लोबो को विपक्ष का नेता बनाया गया। हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने ऐसे आरोपों को खारिज कर दिया है। इस बीच, गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने रविवार को डिप्टी स्पीकर पद के लिए चुनाव की अधिसूचना रद्द कर दी, जो मंगलवार को होने वाली थी।
सात विधायक अलग हुए तो कांग्रेस का अधिकार छीन जाएगा
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के 25 सदस्य और विपक्षी कांग्रेस के 11 सदस्य हैं।