सार
Parliament Budget session : AAI ने 31 मई 2021 और 29 अक्टूबर 2021 को 5 हवाई अड्डों पर स्थापित होने वाले 9 एफटीओ के लिए आदेश जारी किए हैं। इनमें से दो बेलगावी (कर्नाटक) में, दो जलगांव (महाराष्ट्र), दो कलबुर्गी (कर्नाटक), दो खजुराहो (मध्य प्रदेश) और एक लीलाबारी (असम) में बनेगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री वीके सिंह ने आज लोकसभा में यह जानकारी दी।
नई दिल्ली। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) ने अपनी फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन (FTO) नीति को आसान बनाया है। इसके तहत हवाईअड्डा रॉयल्टी (एएआई को एफटीओ द्वारा राजस्व शेयर भुगतान) को समाप्त कर दिया गया है। इसके अलावा भूमि के किराये को भी कम किया है। AAI ने 31 मई 2021 और 29 अक्टूबर 2021 को 5 हवाई अड्डों पर स्थापित होने वाले 9 एफटीओ के लिए आदेश जारी किए हैं। इनमें से दो बेलगावी (कर्नाटक) में, दो जलगांव (महाराष्ट्र), दो कलबुर्गी (कर्नाटक), दो खजुराहो (मध्य प्रदेश) और एक लीलाबारी (असम) में बनेगा। नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री वीके सिंह ने आज लोकसभा में यह जानकारी दी।
ऑन डिमांड परीक्षा शुरू हुई, उड़ान प्रशिक्षकों के अधिकार बढ़ाए
DGCA ने नवंबर 2021 से एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर्स (AME) और फ्लाइंग क्रू (FC) उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन-ऑन डिमांड परीक्षा (OLODE) शुरू की है। इसके तहत उम्मीदवार उपलब्ध परीक्षा स्लॉट में से तारीख और समय चुन सकेंगे। DGCA ने उड़ान प्रशिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए FTO में उड़ान संचालन को अधिकृत करने के अधिकार देने के साथ ही अपने कई नियमों में संशोधन किया है। यह अब तक केवल चीफ फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर (CFI) या डिप्टी सीएफआई तक ही सीमित था।
यूपी की फ्लाइंग एकेडमी महाराष्ट्र में भी देगी प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश के अमेठी में स्थिति भारत की सबसे बड़ी फ्लाइंग एकेडमी इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी (IGRUA) को गोंदिया (महाराष्ट्र) और कलबुर्गी (कर्नाटक) में पायलट प्रशिक्षण की अनुमति दी गई है, ताकि इसके उड़ान के घंटे और विमान उपयोग को बढ़ाया जा सके। सर्दियों के महीने में कम दृश्यता के कारण इसकी उड़ान ट्रेनिंग काफी प्रभावित होती है।
कोविड पूर्व की स्थित से ज्यादा पायलट लाइसेंस जारी हुए
IGRUA ने सभी वीकेंड और छुट्टयों पर भी काम करना शुरू कर दिया है। इसने वर्ष 2021 में 19,091 घंटे उड़ान पूरी की। कोविड से पहले 2019 में इसने 15,137 घंटे की उड़ान भरी थी। यानी 2021 में इसकी उड़ानों के घंटों में 25 फीसदी की वृद्धि हुई है। 2021 में भारतीय FTO से 504 कॉमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL)जारी हुए, जबकि Covid 19 से पहले वर्ष 2019 में भारतीय FTO से 430 कॉमर्शियल पायलेट लाइसेंस जारी हुए। यानी 74 पायलटों का इजाफा हुआ।
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